स्कूली बच्चों के मध्यान भोजन में निकला छिपकली, एक दर्जन बच्चे हुए बीमार
जमुई, मो. अंजुम आलम स्कूली बच्चों के बीच परोसे जाने वाला मध्यान भोजन जिले में लगातार गुनवत्ता को लेकर सुर्खियां बनी रहती है। स्कूलों में बच्चों के बीच परोसे जाने वाले भोजन में कभी छिपकली तो कभी चूहा व अन्य कीट निकलना आम हो गया है। ऐसा ही एक मामला सदर प्रखंड के नवीन प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर में सामने आया है। यहां बच्चों के बीच मरी हुई छिपकली का ही खाना परोसा दिया गया है। इसका उजागर उस वक़्त हुआ जब प्रियांशु कुमार की थाली में परोसे गए चोखा में मरी हुई छिपकली निकल गया। उंसके बाद स्वजन को इसकी जानकारी हुई तब मरी हुई छिपकली को विद्यालय के प्रभारी पंकज प्रकाश को सौंप कर जानकारी दी गई। हालांकि भोजन खाने के बाद एक दर्जन से अधिक बच्चों को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत होने लगी। उंसके बाद सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया।
फिर ग्रामीणों की काफी भीड़ स्कूल में लग गई और ग्रामीणों ने घटना को लेकर आक्रोश जताते हुए प्रभारी पंकज प्रकाश व बीआरपी सुधीर कुमार की घेराबंदी कर ली और डायल 112 की पुलिस को भी बुला लिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार को भोजन में खिचड़ी और चोखा दिया गया था। कुछ बच्चे भोजन लेकर घर भी आ गए थे। जब बच्चे खाना खाने लगे तो प्रियांशु कुमार की थाली में रखे चोखा में छिपकली का तीन टुकड़ा निकल गया, लेकिन तबतक बच्चे आधा से अधिक भोजन कर चुके थे। एक घंटा के बाद बच्चों की ताबियत बिगड़ने लगी। उंसके बाद सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।इससे पहले भी मद्ध्यान भोजन में मरी हुई छिपकली और चूहा निकल चुका है। लगातार मद्ध्यान भोजन के एनजीओ की लापरवाही सामने आ रही है।
वहीं सदर अस्पताल में इलाजरत बच्चों में प्रियांशु कुमार, प्रवीण कुमार, सुहानी कुमारी, आयुष कुमार, गणेश कुमार,आर्यन कुमार,निशांत कुमार, अनुष्का कुमारी खुशी कुमारी साहित अन्य बच्चे शामिल हैं।हालांकि बीआरपी सुधीर कुमार ने बताया कि चोखा में छिपकली का कुछ टुकड़ा निकला है। इसकी जांच की जाएगी और जिस एनजीओ द्वारा भोजन का वितरण किया जा गया है उसपर कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जाएगा। फिलहाल सभी बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।