जेल प्रशासन में मची हलचलकई वर्षों से जेल में बंद कैदी ने किया ऐसा ?
जमुई, मो. अंजुम आलम जेल प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। सुरक्षा के बीच जेल में बंद एक बंदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जबतक जेल प्रशासन द्वारा बंदी को सदर अस्पताल लाया जाता तबतक काफी देर हो चुकी थी, यहां डाक्टर ने जांच के बाद बंदी को मृत घोषित कर दिया है। बंदी के शव को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बंदी की मृत्यु काफी देर पहले ही हो चुकी है। उंसके बाद बंदी को सोमवार की देर शाम करीब 7:00 सदर अस्पताल लाया गया है। बंदी की पहचान भुनेश्वर यादव के पुत्र तूफानी यादव के रूप में हुई है, लेकिन वे किस जगह के रहने वाले हैं इसकी फिलहाल जानकारी नहीं हो पाई है। जेल व पुलिस प्रशासन भी कुछ बताने से परहेज कर रही है। मृतक बंदी के परिवार वाले भी नहीं पहुंचे हैं।
बंदी के गर्दन में रंगीन पट्टा बंधा हुआ है और जुबान बाहर निकला हुआ है। स्वजन के पहुंचने के बाद ही मामले कि सच्चाई सामने आएगी। हालांकि इमरजेंसी का दरवाजा बंद कर मीडिया कर्मियों को भी काफी देर तक अलग रखा गया है। कोई भी कुछ बोलने से परहेज कर रहे है।खासकर जेल प्रशासन के बीच अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है, हलचल मची हुई है। बताया जाता है कि तूफानी यादव को पुत्र नहीं होने की वजह से एक ढोंगी बहरूपया बाबा के कहने पर तलवार से अपने भतीजा का सिर धड़ से अलग कर दिया था ताकि उसे पुत्र सुख की प्राप्ति हो। इसी मामले में तूफानी यादव जेल में कई वर्षों से बंद था।पुलिस जांच में जुटी है जांच के बाद की घटना की पुष्टि होगा क्या मामला है।