
टीकाकरण को लेकर किसी के मन में नहीं होनी चाहिये कोई झिझक : डीएम
अररिया, रंजीत ठाकुर। अररिया में गर्भवती महिलाओं के साथ 05 साल तक के बच्चों का टीकाकरण जरूरी है. नियमित टीकाकरण बच्चों को 12 तरह की जानलेवा बीमारियों से बचाता है. नियमित टीका से वंचित लाभुकों को टीकाकृत करने के उद्देश्य से जिले में मिशन इंद्रधनुष 5.0 कार्यक्रम संचालित है. अभियान का दो चरण संपन्न हो चुका है. इसका तीसरा चक्र 27 नवंबर से 02 दिसंबर के बीच संचालित होगा. अभियान के क्रम में अधिक से अधिक लाभुकों को टीकाकृत करने के उद्देश्य से नुक्कड़ नाटक के जरिये लोगों को टीकाकरण के लिये प्रेरित व प्रोत्साहित किया जा रहा है.
बुधवार को अररिया प्रखंड अंतर्गत कुसियारगांव पंचायत में नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन जिलाधिकारी इनायत खान ने किया.नुक्कड़ नाटक की राज्यस्तरीय टीम आगामी 57 दिनों तक जिले के चिह्नित 110 स्थानों पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को टीकाकरण के लिये प्रेरित करेगी. कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह, डीडीसी संजय कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सोनी कुमारी, डीआईओ डॉ मोईज, डीपीएम स्वास्थ्य संतोष कुमार, एसएमओ डब्ल्यूएचओ डॉ शुभान अली, एसएमसी यूनिसेफ आदित्य कुमार सहित अन्य अधिकारी व बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे.
बच्चों का पूर्ण टीकाकरण हम सभी की जिम्मेदारी-
जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने व कई तरह की गंभीर बीमारियों से बचाव के लिये टीकाकरण जरूरी है. बच्चों का पूर्ण टीकाकरण हमसभी की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि टीकाकरण को लेकर किसी के मन में कोई झिझक नहीं होनी चाहिये. जानकारी के अभाव में अभी भी कुछ लोग अपने बच्चों का टीकाकरण नहीं कराते हैं. जिस कारण बच्चों के गंभीर बीमारियों से ग्रसित होने का खतरा बना रहता है.सरकार नि:शुल्क उपलब्ध कराती है जरूरी टीका
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से गर्भावस्था में ही माताओं का टीकाकरण किया जाता है. शिशु के जन्म के उपरांत उनका नियमित टीकाकरण कराया जाता है. नियमित टीकाकरण से टीबी, पोलियो, गलघोटू, काली खांसी, खसरा, रूबेला, दस्त, निमोनिया, हेपेटाइटिस बी, जेई जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाव संभव है. यह टीका सभी सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है.
समुदाय तक सही जानकारी पहुंचाना जरूरी -जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने कहा कि नियमित टीकाकरण बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य व सेहतमंद जिंदगी के लिये जरूरी है. टीकाकरण नहीं होने से बच्चों को जीवन भर तरह तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने समाज के प्रबुद्धजन, जनप्रतिनिधि, धर्मगुरूओं को टीकाकरण को लेकर सही जानकारी अपने समुदाय तक पहुंचाने व सही समय पर बच्चों को टीकाकरण के लिये प्रेरित करने का अनुरोध किया.
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