
निर्भया बहादुर बिटिया के गांव सड़क 15 वर्षो से बदहाली की आशू बहा रही
यूपी, संजय कुमार तिवारी। बलिया से है जहां बलिया के नरही थाना क्षेत्र की रहने वाली बहादुर बिटिया को दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को निर्भया के साथ दरिंदगी कर बस से बाहर फेक दिया गया था । जो इलाज के दौरान बहादुर बिटिया दम तोड दिया।उसी निर्भया ( बहादुर बिटिया) का गांव मेडौराकला जाने वाली सड़क आज भी अपनी बदहाली पर आशू बहा रही है।यह सड़क भरौली से मेडौराकला लगभग आठ किलो मीटर की सड़क पूरी तरह से छतिग्रस्त है।इस सड़क पर आने जाने वाले लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना कारण पड़ता है।इस सड़क में गढ्ढे ही गढ्ढे दिखाई दे रहे है।सड़क में गढ्ढे होने से सड़क पर पानी लगा हुआ है। यह सड़क लगभग 15 से 20 वर्षो से यह सड़क की हालत बताई जा रही है।
इस सड़क पर अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक और जनप्रतिनिधि भी आते है लेकिन अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक के कानो तक जूं तक नहीं रेंगती।हालांकि यूपी सरकार सड़को के लेकर दावा कर रही है की यूपी की सड़कें गड्ढा मुक्त हो गई है लेकिन धरातलीय स्थिति कुछ और ही है। वही निर्भया (बहादुर बिटिया) के दादा लालजी सिंह ने कहा कि इस सड़क के लिए हमलोग पूर्व में धरना प्रदर्शन भी किया है जिसमे जिलाधिकारी का प्रतिनिधि बनकर एसडीएम सदर भी आए थे।
हमलोगों लिखित में भी दिए थे और बोले थे की जल्द सड़क को बना दिया जायेगा।लेकिन जल्द कितने वर्ष बाद आता है यह पता तक नहीं है।रास्ता तो ऐसा है की अगर कोई जायेगा तो मर जायेगा।वही डिलेवरी वाली महिला जाति है तो रास्ते में ही डीलेवरी हो जायेगी।रास्ता नहीं है इस रास्ते से तो अच्छा कच्चा रास्ता था की हमलोग आराम से चलते थे बस गिट्टी छीट दी गई है।हमलोग इसी में मर ही रहे है अगर आप लोगो के माध्यम से सरकार तक सूचना चल जाए तो सरकार यहां के कर्मचारियों से नही बाहरी कर्मचारियों से जांच कराई जाय।
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