
सभी पदाधिकारी इसके प्रति सजग एवं तत्पर रहें : आयुक्त ने दिया निदेश
पटना, (खौफ 24) मंगलवार, दिनांक 14 अक्टूबर, 2025ः आयुक्त, पटना प्रमंडल, पटना श्री अनिमेष कुमार पराशर द्वारा आज जिलाधिकारी, पटना डॉ. त्यागराजन एस.एम.; वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री कार्तिकेय के. शर्मा; नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री यशपाल मीणा एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ काली मंदिर (दरभंगा हाउस) से गायघाट तक सभी छठ घाटों का पैदल निरीक्षण किया गया तथा छठ महापर्व, 2025 की तैयारियों का जायजा लिया गया। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया कि किसी भी छठव्रती या श्रद्धालु को कोई असुविधा न हो। आयुक्त ने कहा कि काली मंदिर से पूरब की तरफ गायघाट एवं पटना सिटी की ओर बड़े-बड़े एवं अच्छे-अच्छे पक्के घाट हैं। इन घाटों पर लाखों की संख्या में लोग छठ करने के लिए आते हैं। अतः सभी व्यवस्था सुदृढ़ एवं त्रुटिहीन रखना अनिवार्य है।

अधिकारियों को इसे सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है। सभी सेक्टर पदाधिकारियों को अपनी टीम के साथ घाटों पर पैदल चलकर घाटों की स्थिति देखने तथा आवश्यकतानुसार सुधार करने का निदेश दिया गया है। एप्रोच रोड को पूर्णतः बाधारहित रखने का निदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को ट्रैफिक जाम के दृष्टिकोण से संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर विशेष प्रतिनियुक्ति करने का निदेश दिया गया है ताकि लोगों को कोई असुविधा न हो। पार्किंग की बेहतर व्यवस्था एवं नो-इंट्री जोन का बिना किसी अपवाद के सख्ती से अनुपालन कराने का निदेश दिया गया है। आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की टीम की प्रतिनियुक्ति के साथ नाव, नाविक, गोताखोरों की तैनाती करने; रिवर एम्बुलेंस को सक्रिय रखने तथा किसी भी आकस्मिकता की स्थिति से निपटने हेतु टीम को क्रियाशील रखने का निदेश दिया गया है।
प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा पदाधिकारियों की टीम के साथ प्रातः 6:30 बजे काली घाट से प्रारंभ कर गायघाट तक लगभग सात किलोमीटर की दूरी में करीब 28 घाटों का लगभग तीन घंटा तक एक-एक कर पैदल भ्रमण किया गया तथा गंगा नदी का जल-स्तर, घाट निर्माण, एप्रोच रोड, साफ-सफाई, सुरक्षा-व्यवस्था, भीड़-प्रबंधन, यातायात प्रबंधन सहित सभी बिन्दुओं पर तैयारियों एवं योजनाओं का जायजा लिया गया तथा आवश्यक निदेश दिया गया। वंशी घाट, काली घाट, पटना कॉलेज घाट, कृष्णा घाट, गांधी घाट, बहरवा घाट, पटना लॉ कॉलेज घाट, रानी घाट, बीएन राय घाट, गुलबी घाट, बालू घाट, घघा घाट, रौशन घाट, चौधरी टोला घाट, पथरी घाट, कदम घाट, घसियारी घाट, नरकट घाट, लौहरबा घाट, हनुमान घाट, गोसाई घाट, राजा घाट, करनालगंज-जुडिशियल एकेडमी घाट, गायघाट सहित सभी घाटों पर पैदल चलकर आयुक्त ने घाटों की वर्तमान स्थिति, तैयारी तथा प्रबंधन का अवलोकन किया, संरचनाओं को देखा एवं आवश्यक निदेश दिया।
प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा बहरवा घाट पर सभी सेक्टर पदाधिकारियों के साथ घाटों के निरीक्षण प्रतिवेदन एवं अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक एवं नगर आयुक्त ने प्रमंडलीय आयुक्त के संज्ञान में जिला प्रशासन, पटना पुलिस एवं नगर निगम द्वारा की जा रही तैयारियों को लाया। अधिकारियों ने कहा कि 109 घाटों पर 21 सेक्टर में वरीय दंडाधिकारियों के नेतृत्व में सेक्टर पदाधिकारियों एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों की टीम मुस्तैद हैं। 24*7 तैयारी की जा रही है। मानकों के अनुरूप सभी कार्य ससमय पूरा कर लिया जाएगा।
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि अभी तक के निरीक्षण में यह स्पष्ट हुआ है कि घाटों की स्थिति अच्छी है। इस साल छठ महापर्व का आयोजन वर्ष 2024 की तुलना में लगभग 10 दिन पूर्व हो रहा है। विगत वर्ष की तुलना में गंगा नदी का जल-स्तर अधिक रहने के कारण कुछ चुनौतियाँ हैं। अच्छी स्थिति यह है कि जल-स्तर तेजी से घट रहा है। जल संसाधन विभाग द्वारा प्रतिवेदित किया गया है कि पिछले 24 घंटा में गाँधी घाट पर 19 सेंटीमीटर अर्थात् लगभग 7.5 ईंच पानी कम हुआ है। यह आगे भी कम होगा। एक आकलन के अनुसार इस वर्ष छठ महापर्व के समय गाँधी घाट पर जल-स्तर लगभग 45 से 46 मीटर के बीच रहने की संभावना है। विगत वर्ष छठ के समय 07 नवम्बर, 2024 को यह लगभग 1 मीटर कम करीब 44.64 मीटर था। इस सबको देखते हुए सारी तैयारी की जा रही है।
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि आज के निरीक्षण में देखा गया कि कई पक्के घाटों की सीढ़ियों पर मिट्टी जमा हुआ है। जैसे-जैसे जल-स्तर कम होकर उत्तर की ओर जा रहा है वैसे-वैसे घाट खिल रहे हैं। नगर निगम के अधिकारियों को घाटों की सीढ़ियों पर जमा मिट्टी को हटवाने का निदेश दिया गया है। अधिकारियों को रानी घाट, घघा घाट, रौशन घाट, कृष्णा घाट, हनुमान घाट, चौधरी टोला घाट, बहरवा घाट सहित अन्य घाटों पर से सिल्ट- कीचड़ हटाने का निदेश दिया गया है।
प्रमंडलीय आयुक्त ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम की टीम कैम्प मोड में काम कर रही है। घाटों की भौगोलिक स्थिति एवं गंगा नदी के जल-स्तर में परिवर्तन की प्रवृति को ध्यान में रखते हुए सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से हर कार्य ससमय पूरा किया जाएगा। सभी घाटों पर प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा बेहतरीन तैयारी की जा रही है। बैरिकेडिंग भी दीपावली के आस-पास प्रारंभ कर दी जाएगी। भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को बैरिकेडिंग में सुरक्षात्मक मापदंडों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है।
आयुक्त ने नगर निगम के अधिकारियों को संध्या अर्घ्य के बाद घाटों की तेजी से सफाई सुनिश्चित करने के लिए छठ के पूर्व मॉकड्रिल करने का निदेश दिया।
आयुक्त द्वारा सभी अनुमंडल पदाधिकारियों तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे स्वयं संयुक्त रूप से घाटों पर आने के रास्ते का निरीक्षण करें तथा यह सुनिश्चित करें कि रास्ते में किसी भी तरह का कोई व्यवधान यथा गड्ढा, पोल, अतिक्रमण आदि न हो। सायं काल के बाद भी निरीक्षण करें। स्थानीय लोगों से बात करें। सभी स्टेकहोल्डर्स से सुदृढ़ समन्वय तथा सार्थक संवाद क़ायम रखें। उन्होंने कहा कि घाटों पर आने का सम्पर्क पथ पूरी तरह से अवरोधमुक्त होना चाहिए ताकि छठ महापर्व पूर्णतः सुविधायुक्त एवं दुर्घटनामुक्त ढंग से सफलतापूर्वक आयोजित की जा सके।
जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा प्रमंडलीय आयुक्त के संज्ञान में लाया गया कि गंगा नदी का जल-स्तर गाँधी घाट पर आज 14 अक्टूबर, 2025 को प्रातः 06.00 बजे 46.93 मीटर था। जल-स्तर में घटने की प्रवृत्ति है। गाँधी घाट पर 13 अक्टूबर, 2025 को प्रातः 06.00 बजे जल-स्तर 47.12 मीटर था। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि यद्यपि जलस्तर घटने में तेजी आई है फिर भी अधिकारियों को जलस्तर पर लगातार नज़र रखना होगा। आयुक्त ने अधिकारियों को निदेश दिया कि जलस्तर पर लगातार नज़र रखें। घटने की प्रवृति के अनुसार सभी प्रशासनिक तैयारी सुनिश्चित करें। उन्होंने घाटों की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी घाट पर सुरक्षात्मक कार्य करने एवं साइनेज लगाने का निदेश दिया। घाट के किनारे नदी की कितनी दूरी पर पानी की औसतन 5 फीट की गहराई है, इसे देखकर बैरिकेडिंग करने का निदेश दिया गया। यह भी निदेश दिया गया कि खतरनाक घाटों को चिन्हित करते हुए लाल रंग के कपड़ा से घेर दें ताकि श्रद्धालु उधर न जाएं। सभी घाटों पर बड़े-बड़े अक्षरों में घाटों का नाम एवं नियंत्रण कक्ष, वाच टावरों तथा अन्य सुरक्षात्मक संरचनाओं का नम्बरिंग करने का निदेश दिया गया। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ टीम की तैनाती करने के साथ सम्पूर्ण आपदा प्रबंधन तंत्र को 24*7 क्रियाशील रखने का निदेश दिया गया।
आज के निरीक्षण के समय जिला कृषि पदाधिकारी कर्तव्य स्थल पर अपने सेक्टर में मौजूद नहीं थे जबकि उनकी प्रतिनियुक्ति सेक्टर पदाधिकारी के तौर पर की गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि यह अत्यंत खेदजनक है। कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही, शिथिलता या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन को जिला कृषि पदाधिकारी से स्पष्टीकरण करते हुए उनके विरूद्ध प्रपत्र-क गठित कर विभाग को भेजने तथा अनुशासनात्मक एवं विभागीय कार्रवाई प्रारम्भ करने का निदेश दिया।
आयुक्त ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं को प्रशासन द्वारा सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। छठव्रतियों की सुविधा एवं सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था भी की जाएगी। नगर निगम एवं प्रशासन द्वारा तालाबों में भी छठव्रतियों के लिए प्रबंध किया जा रहा है।
आयुक्त ने पुलिस अधीक्षक, यातायात एवं अन्य अधिकारियों को एनआईटी मोड़ से गांधी घाट तक सुचारु ट्रैफ़िक के लिए विशेष डेपुटेशन करने का निर्देश दिया।
आयुक्त ने सभी अधिकारियों को विशेष अभिरूचि लेते हुए सारी व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। घाटों पर अवस्थित हाई-मास्ट लाईट एवं स्ट्रीट लाईट को क्रियाशील रखने का निदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि नाली को स्लैब से ढंके। गड्ढों की भराई तथा आवश्यकतानुसार पेड़ों की छंटाई करें। घाट की सीढ़ियों पर जमी मिट्टी को तेजी से हटाने के साथ घाटों की रेलिंग को सुदृढ़ रखें। आयुक्त द्वारा घाटों पर बने शौचालयों में पानी आने की स्थिति की जांच की गई। आयुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि शौचालय के नल में पानी अवश्य आना चाहिए। चेंजिंग रूम भी अच्छी तरह क्रियाशील रहना चाहिए।
आयुक्त ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध है। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था तथा सुचारू यातायात-प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा। घाटों पर सीसीटीवी कैमरा से निगरानी की जाएगी। सभी घाटों पर वाच टावर एवं नियत्रंण कक्ष की स्थापना की जा रही है। खतरनाक घाटों पर आम जनता का आना प्रतिबंधित रहेगा। मजिस्ट्रेट एवं फोर्स का डेपुटेशन रहेगा। एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ के साथ-साथ रिवर पेट्रोलिंग भी क्रियाशील रहेगा। मेडिकल टीम भी तैनात रहेगा।
आयुक्त ने सेक्टर पदाधिकारियों को कार्यकारी एजेसियों से योजनाबद्ध एवं समयबद्ध ढंग से कार्य कराने का निदेश दिया।
आयुक्त ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए डेडिकेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट रहेगा।
आयुक्त ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन मुस्तैद है। फूलप्रूफ (त्रुटिहीन) व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर, अपर नगर आयुक्त, पटना नगर निगम, अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सिटी, आयुक्त के सचिव, पटना प्रमंडल, अधीक्षण अभियंता जल संसाधन विभाग, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी/भवन निर्माण/बुडको, नगर कार्यपालक पदाधिकारी, संबंधित घाटों के सेक्टर पदाधिकारी, सेक्टर पुलिस पदाधिकारी एवं टीम के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।