बाबा बागेश्वर धाम सरकार, सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागत
पटना(अजीत यादव): बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर बाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पटना पहुंच गए। शनिवार को सुबह 8 बजे वो पटना एयरपोर्ट पहुंचे। जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। बड़ी तादाद में श्रद्धालु में बागेश्वर धाम सरकार की एक झलक पाने के लिए उमड़े। पटना एयरपोर्ट से कड़ी सुरक्षा घेरे के बीच बाबा बागेश्वर को होटल पनाश लाया गया। जहां उनके ठहरने का प्रबंध किया गया है। भाजपा नेता मनोज तिवारी उस गाड़ी को चला रहे थे जिसपर धीरेंद्र शास्त्री बैठे थे।
पटना एयरपोर्ट से लेकर होटल पलाश तक बागेश्वर धाम सरकार के जयकारे के बीच अपने स्वागत से अभिभूत बाबा बागेश्वर ने एक बिहारी अंदाज में अपने पीछे पागलों की तरह जयकारे लगाते भक्तों को कहा कि बिहार हमरे है रऊआ बानी सब ठीक हवअ न …. बाबा बागेश्वर को ठेठ बिहारी अंदाज में बातें करते देख सुरक्षाकर्मी मीडिया कर्मी और आम जनता भी खुश नजर आए.
गौरतलब हो कि पटना के नौबतपुर तरह पाली मठ परिसर में आयोजित भव्य समारोह में 4:00 शाम से 7:00 तक रोजाना 3 घंटे बाबा बागेश्वर हनुमत कथा करेंगे इस दौरान 15 मई को दिन में दिव्य दरबार लगाकर लोगों का पर्चा खोलेंगे
दरअसल,बाबा बागेश्वर के आगमन से लोग काफी खुश हैं, सनातन को जागृत देखने में ये सरकार विफल है : गिरिराज सिंह पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार के लोगों का हृदय बहुत बड़ा है। उन्होंने कहा कि मैं हिंदू-मुस्लिम नहीं करते हैं, वह तो सिर्फ हिंदू-हिंदू करते हैं। वहीं बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पटना एयरपोर्ट पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वरका जोरदार स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बाबा के आगमन से लोग काफी खुश हैं। पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने बिहार की नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बाबा बागेश्वर को प्रवचन के लिए गांधी मैदान नहीं दिया जा सकता है लेकिन नमाज पढ़ने के लिए दे दिया जाता है।
आप खुद देखिए कि बिहार में किस तरह वोट बैंक के लिए कुछ से कुछ किया जा रहा है। सरकार पूरी तरह से तुष्टकरण कर रही है। बागेश्वर महाराज को इसलिए गांधी मैदान में कार्यक्रम नहीं दिया गया, क्योंकि सरकार नहीं चाहती कि उनकी सनातन की मुहिम सफल हो लेकिन जिस तरह से नौबतपुर में लोगों की भीड़ जुटी है, उससे आप समझ सकते हैं कि लोग उनको कितना मानते हैं। अगर भारत के अंदर कोई धमकी देता है और धर्म का प्रचार करने से रोकता है तो बताइये वो कहां जाए। सनातन को जागृत देखने में ये सरकार विफल है। आगे उन्होंने कहा कि भारत में कोई साधु-संत कुछ बोलता है तो किस तरह प्रतिक्रिया दी जाती है, ये भी सभी देख रहे हैं। ये लोग चाहते हैं कि भारत में भी सनातन की बात नहीं बोली जाए, ऐसा हो सकता है क्या? जनता सब देख रही है कि किस तरह की राजनीति हो रही है। समय आने पर जनता जवाब देगी।