
‘बाइकर्स गैंग’ बना खूनी गिरोह, दिनदहाड़े अपने ही साथी को उतार दिया मौत के घाट
फुलवारी शरीफ, अजीत : राजधानी में अपराध की दुनिया से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है. बाइकर्स गैंग के बदमाश अब खुद अपनों के खून के प्यासे हो चुके हैं. रुपयों की खातिर दोस्ती, भाईचारा और गैंग की वफादारी सब कुछ ताक पर रख दिया गया. इसका ताजा उदाहरण पटना के फुलवारी शरीफ के किसान कॉलोनी में कोई नवनीत कुमार नाम के युवक की हत्या से सामने आ रहा है.दिनदहाड़े एक बदमाश ने अपने ही साथी को गोलियों से भून डाला. पुलिस का अनुसंधान में पता चला है कि मृतक नवनीत और मारने वाला समीर दोनों ही बाइकर गैंग के सक्रिय सदस्य थे.फुलवारी शरीफ थाना की टीम समीर शर्मा की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. पुलिस सूत्रों की मानें तो समीर खुद भी गैंग के भीतर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता था, और नवनीत उसके रास्ते का कांटा बन चुका था.इस ताजा वारदात ने साफ कर दिया है कि राजधानी में सक्रिय बाइकर्स गैंग अब बेकाबू हो चुका है. गैंग के भीतर अब भरोसे की नहीं, बल्कि बंदूक की बोली चल रही है.
मृतक नवनीत कुमार, मोकामा के लौआ गांव का रहने वाला था और राजधानी में बाइकर्स गैंग माइंस से जुड़ा हुआ था. बताया जाता है कि नवनीत जमीन के धंधे और अवैध उधारी में काफी एक्टिव था. उसने अपने ही साथी समीर शर्मा से मोटी रकम ले रखी थी, जो लौटाने में आनाकानी कर रहा था. अंत में बात इतनी बिगड़ी कि लेन-देन का ये विवाद सीधा खुनी अदावत में तब्दील हो गया.
घटना के दिन समीर अपने दो गुर्गों के साथ किसान कॉलोनी पहुंचा और दिनदहाड़े नवनीत को गोलियों से छलनी कर दिया.पुलिस को जब इस घटना की सूचना मिली, तो इलाके में सनसनी फैल गई.
मृतक के पिता शैलेन्द्र कुमार, जो एक सरकारी कर्मचारी हैं, ने समीर शर्मा और दो अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि उनका बेटा प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पटना के राजवंशी नगर में रह रहा था, लेकिन कुछ गलत संगत में पड़कर बाइकर्स गैंग का हिस्सा बन गया था.
पुलिस के मुताबिक, नवनीत की हत्या महज रुपये के लेन-देन को लेकर की गई है. यह कोई गैंगवार नहीं बल्कि गैंग के अंदर का ‘आपसी सफाया’ है.
घटनास्थल से एक संदिग्ध बाइक भी बरामद की गई है, जो नालंदा के एक युवक के नाम पर रजिस्टर्ड है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी है.