
जिलाधिकारी, पटना डॉ. त्यागराजन एस.एम. द्वारानाला का निरीक्षण किया गया
पटना, (खौफ 24) जिलाधिकारी, पटना डॉ. त्यागराजन एस.एम. द्वारा आज उप विकास आयुक्त, पटना श्री समीर सौरभ एवं अन्य वरीय अधिकारियों तथा अभियंताओं के साथ सर्पेंटाइन नाला, राजीव नगर नाला तथा आनन्दपुरी नाला का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर पथ निर्माण विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग एवं अन्य विभागों के जिला में पदस्थापित पदाधिकारी तथा अभियंतागण भी उपस्थित थे। जिलाधिकारी द्वारा पदाधिकारियों एवं अभियंताओं को माननीय मुख्यमंत्री जी की पटना जिला में 21 फरवरी को प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं तथा राज्य सरकार द्वारा इसकी स्वीकृति के आलोक में योजनाओं का त्वरित गति से क्रियान्वयन करने का निदेश दिया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा 21 फरवरी को प्रगति यात्रा के दौरान पटना जिला में 10,871 (दस हजार आठ सौ एकहत्तर) करोड़ रुपया से अधिक की विकास योजनाओं से संबंधित 32 घोषणाएँ की गई थी जिसका राज्य सरकार द्वारा शीघ्र स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई थी। इन घोषणाओं में *राजीव नगर नाले का पक्कीकरण एवं इसके ऊपर सड़क निर्माण, आनन्दपुरी नाले का पक्कीकरण एवं इसके ऊपर सड़क निर्माण तथा सर्पेंटाइन नाले पर अंडरग्राउंड नाले के साथ फोरलेन सड़क का निर्माण भी शामिल है। जिलाधिकारी ने कहा कि इन घोषणाओं एवं स्वीकृति के आलोक में योजनाओं के क्रियान्वयन का जायजा लेने के लिए आज उन्होंने इन नालों एवं इसके आस-पास के क्षेत्रों का निरीक्षण किया तथा पदाधिकारियों को तीव्र गति से कार्य करने का निदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार बुडको द्वारा 181 करोड़ रुपये की राशि से राजीव नगर नाले का पक्कीकरण एवं इसके ऊपर सड़क का निर्माण किया जाना है। इसमें पटना नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत कुर्जी नाला का निर्माण (राजीव नगर डीपीएस से शकुंतला मार्केट एवं अटल पथ होते हुए कुर्जी तक) कराया जाएगा। इसकी लम्बाई 4.26 किलोमीटर है। नाले के पक्कीकरण एवं इसके ऊपर सड़क निर्माण से राजीवनगर, महेशनगर, इन्द्रपुरी, पटेल नगर आदि क्षेत्र की बड़ी जनसंख्या को आवागमन में सुविधा होगी तथा ट्रैफिक जाम की समस्या समाप्त होगी।जिलाधिकारी ने कहा कि बुडको द्वारा ही 91 करोड़ रुपये की राशि से आनंदपुरी नाले का पक्कीकरण एवं इसके ऊपर सड़क का निर्माण किया जाना है। इसके अधीन पटना नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत आनंदपुरी नाला (बाबा चौक-अटल पथ-ए.एन. कॉलेज इंदिरा सिन्हा पथ-राजापुर पुल तक) का निर्माण कराया जाएगा। इसकी लम्बाई 4.05 किलोमीटर है। इसके बनने से शिवपुरी, श्रीकृष्णपुरी, आनन्दपुरी, राजापुर, नेहरू नगर आदि क्षेत्र की बड़ी जनसंख्या को आवागमन में सुविधा होगी। दोनों योजनाओं से करीब 4 लाख लोगों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी की घोषणा के अनुसार पथ निर्माण विभाग द्वारा 52.28 करोड़ रुपये की राशि से मंदिरी नाला पर निर्माणाधीन 4-लेन सड़क को जेपी गंगा पथ से जोड़ने का कार्य किया जाना है। इससे नेहरू पथ की सीधी संपर्कता जेपी गंगा पथ से हो जाएगी। पटना शहर में जाम की समस्या से निजात मिलेगी एवं पीएमसीएच और एम्स पहुंचना आसान होगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि पटेल गोलम्बर से अटल पथ तक सर्पेंटाइन नाले पर अंडरग्राउंड नाले के साथ फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाना है। लगभग 197 करोड़ की राशि से पथ निर्माण विभाग (बीएसआरडीसी) द्वारा इसका क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत पटेल गोलम्बर से राजधानी वाटिका (इको पार्क) के पश्चिमी छोर तक तथा राजधानी वाटिका के पूर्वी छोर से अटल पथ पर सर्पेंटाइन नाले पर भूमिगत नाले के साथ चार लेन सड़क निर्माण कार्य कराया जाना है। जिलाधिकारी ने कहा कि इसके बन जाने से आवागमन की सुविधाओं में वृद्धि होगी। सचिवालय, राजधानी वाटिका तथा एयरपोर्ट आने-जाने में लोगों को काफी सुविधा होगी। पूरे क्षेत्र का सौन्दर्यीकरण होगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि इन योजनाओं का क्रियान्वयन संबंधित एजेंसियों द्वारा तेजी से किया जा रहा है। उप विकास आयुक्त द्वारा इसका नियमित पर्यवेक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों को समयबद्ध ढंग से काम करने का निदेश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि वे इसकी नियमित समीक्षा कर रहे हैं तथा क्षेत्र भ्रमण के समय निरीक्षण भी करते हैं। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी की घोषणा के आलोक में *योजनाओं के क्रियान्वयन की सुदृढ़ अनुश्रवण प्रणाली विकसित की गई है। वे अर्थात् ज़िलाधिकारी स्वयं इसका नियमित अनुश्रवण करते हैं।
जिलाधिकारी द्वारा आने वाले वर्षा ऋतु के दौरान जिला में जल-जमाव जैसी कोई समस्या न हो इसके लिए पदाधिकारियों एवं अभियंताओं को नालों में पानी का निर्बाध प्रवाह सुनिश्चित करने तथा नालों को अतिक्रमणमुक्त रखने का निदेश दिया गया। नालों की नियमित साफ-सफाई एवं आवश्यकतानुसार उड़ाही करने का निदेश दिया गया।