
दलित बस्ती में बिजली हुई गायब, लोग अंधेरे का सहारा लेने को हुए मजबूर
यूपी, संजय कुमार तिवारी। सरकार दावा कर रही है कि हर घर को बिजली दी जा रहे है लेकिन साहब बुलडोजर बाबा की सरकार में आज भी लोग अंधेरे में रहने को मजबूर है। ऐसा ही मामला बलिया के नवानगर ब्लॉक के गांग किशोर गांव से है जहां आज गांग किशोर गांव के दलित बस्ती में लगभग 2015 से बिजली आपूर्ति नही हो रही है।इस दलित बस्ती में राजीव गांधी विद्युतीकरण के दौरान बस्ती में पोल लगाकर ठेकेदार के द्वारा छोड़ दिया गया है। न कही ट्रांसफार्मर है और नही बिजली के खंभों पर तार है फिर भी जनता बेहाल है की बिजली विभाग के द्वारा बिजली लोगो को दी गई नही और और बिल बाइस हजार से लेकर छियालिस हजार रूपये तक बिजली का बिल आ गई। लोगो को मोबाइल चार्ज कराने के लिए दूसरे जगह ले जाते है बिजली से होने वाली घर की रोज मर्रा का कार्यक्रम तक नही हो पाती है।
घर में बच्चो को पढ़ने में भी दिक्कत हो रही बच्चो की पढ़ाई तक नही हो पाती है।हालांकि अब तो कुछ ही दिनों में हाई स्कूल और इंटर मीडिएट की भी परीक्षा शुरू होनी है लेकिन दलित बस्ती में बिजली नहीं होने की वजह से आखिर बच्चे कैसे अंधेरे में पढ़ेंगे। वही ग्रामीणों ने आरोप लगाया की सरकार तो बस कह रही है करती तो नही है हमलोगों को काफी परेशानी होती है।वही ग्रामीणों के द्वारा इसकी शिकायत सिकंदरपुर पावर हाउस पर किया गया था लेकिन कर्मचारियों के द्वारा इन लोगो को कहा गया की आप लोग एक शिकायत पत्र दीजिए कि ठेकेदार को लगे की इतने लोग परेशान हैं।वही अजय सरोज एसडीओ बिजली विभाग सिकंदरपुर ने कहा की हमे आपके माध्यम से जानकारी हुई है जाकर सर्वे करा ले रहे है।नही चला है तो उसका सुधार कर दिया जायेगा।हम लोगों से मांगा जा रहा है हम बनवा कर दे देते है जल्द लग जायेगा।
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