
हथियारों के फर्जी लाइसेंस, जानिए गुमला पुलिस ने कैसे किया खुलासा
झारखंड(खौफ 24): गुमला पुलिस की एक सफलता ने यह साबित किया है कि धनबाद में सिर्फ अवैध कोयले के कागजात नहीं बनाए जाते , बल्कि हथियारों के भी लाइसेंस अवैध ढंग से बनाए जाते हैं.
झारखंड की गुमला पुलिस की एक सफलता ने यह साबित किया है कि धनबाद में सिर्फ अवैध कोयले के कागजात नहीं बनाए जाते , बल्कि हथियारों के भी लाइसेंस अवैध ढंग से बनाए जाते हैं. गुमला पुलिस के खुलासे के बाद बैंक, कैश वैन की सुरक्षा के लिए रखे जाने वाले हथियारबंद सुरक्षा गार्ड के हथियार और लाइसेंस भी शक के दायरे में आ गए हैं. यह बात तो बहुत दिनों से चर्चा में रही है कि सुरक्षा में तैनात जवानों के आर्म्स लाइसेंस फर्जी होते हैं. इसकी कभी जांच नहीं की जाती. लेकिन गुमला पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर इसका खुलासा कर दिया है.
गुमला पुलिस ने धनबाद के रेशम बहादुर को किया गिरफ्तार
झारखंड के हर एक जिले की पुलिस इससे अलर्ट हो गई होगी और अपने-अपने जिलों में निजी सुरक्षा गार्ड के हथियार और उनके लाइसेंस की जांच की शुरुआत करेगी. बात इतनी ही नहीं है, बहुत सारे लोग अपनी सुरक्षा के लिए बाउंसर रखते हैं. उनके पास के लाइसेंस असली है या फर्जी, इसकी भी जांच नहीं की जाती. धनबाद कोयलांचल में तो गाड़ियों के रेला के साथ माफिया के यूथ विंग के साथ निजी सुरक्षाकर्मी चलते हैं. उनके लाइसेंस सही है अथवा फर्जी, इसकी भी जांच कभी नहीं होती. गुमला पुलिस ने धनबाद के रेशम बहादुर को गिरफ्तार किया है. इस पर आरोप है कि यह हथियारों का फर्जी लाइसेंस बनाता है. गुमला के ही एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, उस पर आरोप है कि वह धनबाद से गोली लाकर ऊंचे दाम पर गुमला में बेचता है.
धनबाद से हो रही गोली बंदूक की तस्करी
गुमला पुलिस के अनुसार गुप्त सूचना मिली कि बैंक, एटीएम व कैश वैन में आर्म्स गार्ड और कुछ लोग फर्जी लाइसेंस अवैध बंदूक और गोली रखे हुए हैं. यह सभी लोग प्लेसमेंट एजेंसी के तहत काम कर रहे हैं. एक टीम बनाकर गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, रांची और धनबाद में जांच शुरू की गई. जांच में नकली लाइसेंस बनाने वाले धनबाद के रेशम बहादुर को पकड़ा गया. जिसने पुलिस को कई जानकारियां दी. उसके बाद धनबाद से गुमला व अन्य जिलों में ले जाकर ऊंचे दाम में गोली बेचने वाले गुमला निवासी धीरज कुमार को गिरफ्तार किया गया. दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है. मतलब धनबाद फिलहाल अपराधियों का बड़ा ठिकाना बन गया है. यहां से गोली बंदूक की भी तस्करी होती है. धनबाद में तो अभी हमले का दौर चल रहा है. हर दिन कोई न कोई घटनाएं हो जा रही है. पुलिस एक गैंग को बेनकाब करती है तो दूसरा गैंग खड़ा हो जाता है. लेकिन गुमला पुलिस के खुलासे के बाद यह साबित होता है कि धनबाद से गोली बंदूक की भी तस्करी हो रही है. गुमला पुलिस के इनपुट पर अगर धनबाद में जांच-पड़ताल शुरू हो तो, हो सकता है कि एक बहुत बड़े नेटवर्क का खुलासा हो जाए.
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