रात के अंधेरे में रहने को मजबूर हुए कटान बाढ़ पीड़ितो
यूपी, संजय कुमार तिवारी बलिया से है जहां बलिया के बांसडीह तहसील क्षेत्र के भोजपुरवा के टिकुलिया गांव में घाघरा नदी के कटान से गांव पूरी तरह से विलीन हो गया।जिसके बाद कटान पीड़ितों के लिए जिला प्रशासन के द्वारा सुल्तानपुर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बाढ़ शरणालय बनाया गया था।लगभग ढाई महीने से कटान पीड़ित इस विद्यालय में रह रहे थे।सरकार से इनको खाने से लेकर पीने तक की सारी व्यवस्था की गई थी। लेकिन लगभग 13 अक्टूबर से बाढ़ पीड़ितों को भोजन बंद कर दिया गया है। और विद्यालय प्रशासन भी कटान पीड़ितों को विद्यालय से निकालने के लिए फरमान जारी कर दिया है। और विद्यालय प्रशासन ने कहा है कि आप सभी लोग जल्द से जल्द विद्यालय को खाली कर दीजिए।क्योंकि की बच्चो की पढ़ाई बाधित हो रही है।
वही विद्यालय प्रशासन के द्वारा 13 अक्टूबर से कटान पीड़ितों का बिजली का कनेक्शन काट दिया गया है जिसके बाद लगभग एक सप्ताह से कटान पीड़ित रात के अंधेरे रहकर अपना गुजर बसर कर रहे है।सबसे बड़ी बात तो यह है कि कटान पीड़ितों को खाने से लेकर पीने तक की सारी व्यवस्था बाधित हो गई है।कभी भोजन मिलता है तो कभी नही मिलता है कटान पीड़ितों का आरोप है कि हमलोग कभी बिना खाए ही रह जाते है अब कटान पीड़ित लोग गांवो में जाकर लोगों से पैसा रुपया मांगकर ले आते है और परिवार का भरण पोषण कर रहे है। हमलोग कहते है कि हम लोगों के पास घर द्वार नही है तभी लोग देते है।