छलका बाढ़ पीड़ितो का दर्द, कैसे होगी बेटी की शादी, लेनी पड़ेंगी कर्ज

यूपी,  संजय कुमार तिवारी बलिया से है जहां बलिया के बैरिया तहसील क्षेत्र के चांद दियर चौकी के समीप एन एच 31 की सड़क टूटने के बाद चांद दियर यादव बस्ती में बाढ़ का पानी घुसने के बाद अफरा तफरी मच गई थी।लोग आनन फानन में अपने सामानों को छोड़कर बंधे पर भागने लगे और घर का सारा सामान घर में ही रह गया।और बाढ़ के पानी में घरों में घुसने के बाद घर का सारा सामान बर्बाद हो गया।खाने से लेकर पीने तक और पहनने से लेकर सोने तक के सारा सामान बर्बाद हो गया। बाढ़ के पानी आने के बाद जानवरों को किसी तरह से बंधे पर लेकर आए है। वही एक व्यक्ति अपने ठेले पर दो रहा है जो पंजाब से चलकर हाजीपुर जा रहा था कि अचानक एन एच 31 टूटने के बाद अपने ठेले पर ही सो कर समय व्यतीत कर रहा है ।

वही एक बाढ़ पीड़ित एक महिला ने बताया की बाढ़ के पानी आने के बाद हमलोग बंधे पर रहने को मजबूर है बाढ़ से घर का सारा सामान पानी में बह गया है बांध टूटने से घरों में पानी आ गया है हम लोगों को खाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं दी जा रही है घर पर हमारी चार लड़किया है जो खाने के बिना तड़प रही है कभी खाना मिल रहा है तो कभी नही मिल रहा है अभितक घर खाना नही गया।हमारे घर पर 25 नवम्बर को बेटी की शादी है और 18 नवंबर के दिन तिलक है और बाढ़ के पानी आने से सारा सामान पानी में दह गया। बेटी के लिए जो समान की खरीदारी की गई थी वह सारा सामान पानी में बह गया।हमारे घर छः लड़कियां है और एक लड़का है अभी तक सरकार से कोई मदद नहीं मिल रही है एक तिरपाल तक नही मिला की हमलोग तिरपाल को तान कर गुजर बसर किसी तरह से करें।

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कर्जा गुलाम करके बेटी की किसी तरह से शादी करेंगे।वही एक बाढ़ पीड़ित तूफानी यादव है जो दोनो हाथों से दिव्यांग है और तूफानी यादव ने बताया की बाढ़ के पानी आने से घर डूब गया, खेत डूब गया और फसल डूब गया किसी तरह से अपना जान बचा कर हमलोग भागे। नाव की अभाव में एक लड़का पानी से होकर आ रहा था की लड़का डूब कर मर गया हमलोगो की मदद एनडीआरएफ की टीम ने किया गांवो में पानी होने से कही बैठने तक की जगह नहीं है।पूरा गांव बंधे पर ही है बच्चे बिना खाए ही है कभी कभी बारह या एक बजे तक आता है जब एन एच 31 टूटा तब पानी की रफ्तार 70 से 80 की स्पीड में गांवो में घुसी थी और 15 से 20 मिनट में चारो तरफ पानी ही पानी हो गया।खेती भी किए थे खेती भी पूरी तरह से डूब गई घर का सारा सामान भी डूब गया।

बाइट – सीता देवी बाढ़ पीड़ित महिला।
बाइट – तूफानी यादव बाढ़ पीड़ित ।
बाइट – मनीलाल बिंद बाढ़ पीड़ित।
बाइट – रासबिहारी यादव बाढ़ पीड़ित।

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