
चैन छिनतई की मास्टरमाइंड ज़ोया उर्फ चांदनी : अपने दो ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिलकर घटना को देती थी अंजाम
चेन स्नैचिंग की हर वारदात में एक ही हुलिया और लाल रंग की TVS अपाची बाइक की तस्वीर बार-बार सामने आती थी। बाइक चलाने वाला हमेशा काले रंग का हेलमेट पहने रहता था। वहीं, पीछे बैठा शख्स टोपी में रहता था। यही टोपी वाला चेन स्नैचिंग करने में माहिर है। पलक झपकते ही किसी के गले से दनाक से चेन झपट लेता था। वहीं, छिनतई की चेन राजधानी रांची में ही ज्वेलरी दुकान के मालिक अजय वर्मा उर्फ अजय सोनी को बेच दिया जाता था। वह रांची के लालपुर थाना क्षेत्र के रिवर साइड कालोनी में रहता है। वैसे वह रामगढ़ से सौदागर मुहल्ले का रहने वाला है। अजय के पास से करीब 14 ग्राम गला हुआ सोना मिला है। करीब बीस चेन औने-पौने दाम में उसे बेचा गया।
चोरी का माल खपाने में एक महिला का इस्तेमाल किया जाता था, ताकि किसी को शक न हो। वह खुद को लाचार और बेवश बताकर चोरी का गहना बेचा करती थी। नाक नक्श से सुंदर शबनम परवीण उर्फ जोया उर्फ चांदनी के बारे में पुलिस को बस एक क्लू मिला था। यह क्लू झपट्टामार गैंग के एक शातिर उचक्के ने दिया था। चांदनी एक झटके में किसी को भी अपने झांसे में ले लेती थी। एक चेन खपाने पर स्नैचरों को 20 हजार रुपये कमिशन मिलता था। हाल में राजधानी रांची में चेन स्नैचिंग की कई वारदातें हुई।
सबसे ज्यादा वारदात अरगोड़ा, डोरंडा, जगन्नाथपुर और धुर्वा इलाके में हुई। इस बाइक और टोपी वाले को खोज निकालने के लिए हटिया डीएसपी राजा मित्रा की देखरेख में स्पेशल टीम बनाई गई। गठित टीम ने अरगोड़ा थानेदार बृज कुमार की लीडरशिप में टेक्निकल सेल की मदद से झपट्टामार गिरोह के उच्चकों को धर दबोचा। टीम में पुंदाग ओपी प्रभारी विवेक कुमार, एसआई अनिमेष शांतिकारी, आकाश कुमार, तजिलुल मन्नान मनौवर, अनुषेक कुमार, संतोष कुमार, आरक्षी लक्ष्मण यादव और ड्राइवर अंजु कुमार सिंह को शामिल किया गया था।साभार
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