
मांग पूरी नहीं हुई तो हड़ताल पर जाएंगे डॉक्टर
PATNA(खौफ़ 24): एनएमसीएच के सुपरिटेंडेंट को सस्पेंड करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बिहार के उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव द्वारा तेजस्वी के इस फैसले के बाद सरकार और आईएमए आमने सामने आ गए हैं। शनिवार को आईएमए की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि आईएमए सरकार के इस फैसले का विरोध करेगी। इस पूरे मामले पर आईएमए के सदस्यों ने कहा है कि सरकार अपनी खामियां छुपाने के लिए डाक्टरों पर कार्रवाई कर रही है।
इस पूरे मामले को लेकर आईएमए ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर मेडिकल सुपरिटेंडेंट विनोद सिंह के निलंबन को वापस लेने की मांग की है। आईएमए ने एनएमसीएच अधीक्षक के खिलाफ हुई निलंबन की कार्रवाई को पूरी तरह से गलत बताया है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अविलंब इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। आईएमए ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर सरकार अधीक्षक का निलंबन वापस नहीं लेती है तो राज्यभर के डॉक्टर इसके खिलाफ हड़ताल पर चले जाएंगे। बैठक के बाद आईएमए के सदस्यों ने कहा कि सरकार नहीं चाहती है कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक हो। सरकार की गलत नीतियों के कारण बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल हो गई है।
मालूम हो कि पिछले गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव अचानक मरीजों का हाल जानने के लिए अगमकुंआ स्थित एनएमसीएच पहुंच गए थे और अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान तेजस्वी यादव ने एनएमसीएच में भारी कुव्यवस्था का दावा किया था। शुक्रवार को स्वास्थ मंत्री तेजस्वी यादव ने बड़ा एक्शन लिया और कार्य में लापरवाही बरतने और विभागीय आदेश की अवहेलना करने के आरोप में नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर विनोद कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया था। इसी क लेकर आईएमए ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।