
सोनपुर मेला में थियेटर देखने के लिए भीड़
बिहार के सारण ज़िले में लगने वाला सोनपुर मेला, एशिया के सबसे बड़े पशु मेलों में से एक है. यह मेला, गंगा और गंडक नदी के संगम पर लगता है और कार्तिक पूर्णिमा के दिन शुरू होकर एक महीने तक चलता है. इस मेले का महत्व है कि यह मेला भगवान विष्णु और शिव की पूजा के इर्द-गिर्द शुरू हुआ था. यह मेला पौराणिक मान्यताओं से जुड़ा है. इस मेले में कई तरह के सामान मिलते हैं. इस मेले में आस्था, लोक संस्कृति, और आधुनिकता का मेल दिखता है. इस मेले में कई तरह के आयोजन होते हैं.
आप को बता दे कि एक समय इस पशु मेले में मध्य एशिया से कारोबारी आया करते थे। अब भी यह एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला माना जाता है। सोनपुर पशु मेला में आज भी नौटंकी और नाच और थियेटर को देखने के लिए भीड़ उमड़ती है। एक जमाने में यह मेला जंगी हाथियों का सबसे बड़ा केंद्र था।