
सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता, लोगों ने जताया आक्रोश
अररिया(रंजीत ठाकुर): नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के मानिकपुर पंचायत स्थित वार्ड संख्या 14 में मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना अंतर्गत 3 किलोमीटर लंबाई सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है जो मानक मापदंड के विपरीत संवेदक मेसर्स राधे कृष्णा कंट्रक्शन, प्रोपराइटर राकेश राय,द्वारा प्राक्कलित राशि 2.83 लाख के लागत से किया जा रहा हैं। बता दें कि निर्माण कार्य में अनियमितता को लेकर वार्ड संख्या 14 के ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि त्रिवेणी यादव घर के निकट मंदिर के समीप से उत्तर हरिओम चौक तक जाने वाली सड़क में निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिसमें मानक मापदंड के विपरीत सड़क बनाया जा रहा है।

मौके पर उपस्थित विकास कुमार रजक, प्रदीप यादव, पृथ्वी चंद यादव, दयानंद यादव, यदुनंदन यादव, नरेश यादव, सोनू यादव, मकसूदन यादव, भुटाय यादव, दुखी लाल यादव आदि ने बताया कि कार्य करवा रहे कर्मी जोर जबरदस्ती सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग कर रहे हैं हम लोगों के द्वारा मना करने पर भी नहीं मान रहे हैं, यहां तक की सड़क निर्माण में मिट्टी एवं पत्थर को सही तरीके से रोलर से नहीं दबाया गया है। संवाददाता के द्वारा निर्माण करवा रहे कर्मी से जब यह पूछा गया कि सड़क में लगाया जा रहा पत्थर का साइज क्या है तो कर्मी ने बताया ग्रेट थ्री है, जबकि मिट्टी और बालू मिला हुआ बड़े-बड़े पत्थर को संवेदक के द्वारा ग्रेट थ्री कहा जाना कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार को दर्शाता है।
ग्रामीण भोले भाले लोगों को संवेदक के द्वारा आंख में धूल झोंक कर निर्माण कार्य किया जा रहा है। यहां तक की अब तक योजना बोर्ड भी निर्माण स्थल पर नहीं लगाया गया है। ग्रामीणों ने संवाददाता से बात करते हुए कहा मानक मापदंड के अनुसार अगर सड़क निर्माण कार्य नहीं हुआ तो हम लोग बिहार सरकार सहित विभागीय पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर जांच करवाएंगे। खास बात यह है कि सीमावर्ती क्षेत्र में जितने भी सड़क का निर्माण किया जा रहा है समय अवधि के अंदर नहीं किया जाता है। एक सड़क बनवाने में लगभग 3 वर्ष से ज्यादा लग जाता है। घटिया निर्माण कार्य का ग्रामीणों के द्वारा विरोध करने पर संवेदक कहता है, सड़क गारंटी में है।
बता दें कि 2 करोड़ 83 लाख की लागत से सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जो एक वर्ष बाद ही ध्वस्त और जर्जर हो जाता है। ऐसा दर्जनों सड़कों का हाल देखने के लिए मिल रहा है। बरसात अभी शुरू हुआ और सड़क टूटना प्रारंभ हो गया है। बिहार सरकार भ्रष्टाचार मुक्त बिहार बनाने में लगे हैं। इधर सड़क निर्माण कंपनी भ्रष्टाचार को बढ़ाने में लगे हुए हैं। बिहार सरकार, 5 वर्षों के अंदर जितने भी सड़क का निर्माण कार्य हुआ है, अगर उच्यस्तरीय जांच करा ले तो सारा भ्रष्टाचार सामने दिखने लगेगा।
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