तस्करो खिलाफ चलाया जा रहा अभियान से मिल रहा अप्रत्याशित सफलता
झारखंड(खौफ 24): चतरा पुलिस कप्तान राकेश रंजन के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अविनाश कुमार के नेतृत्व में जिले के लगभग सेकडो गांव में जागरूकता अभियान चला करअफीम की खेती करने वाले के बीच होने वाले नुकसान के संदर्भ में जानकारी दिया जा रहा था जागरूकता अभियान से आम ग्रामीणों में समझदारी आई और लोग लाखो खर्च कर अपने खेतो में लहलहा रहे अफीम की खेती को ग्रामीणों द्वारा स्वयं नष्ट कर दिए।
आज चतरा मंडल कारा में बंद, बंदियों में जिला के 80% लोग अफीम की मामले में बंद।जिसके कारण कई परिवार के घरों में परिजन दाने-दाने के मोहताज हैं
कई ऐसे परिवार हैं जिनके कमाऊ सदस्य को जेल जाने के बाद उनका घर पूरी तरह बिखर गया और पत्नी भी घर छोड़कर अपने मायके चली गई। बच्चे बेसहारे हो गए अब उनके बच्चे मोहल्ले वालों के भरोसे जीवित हैं।ग्रामीणों द्वारा अपने अफीम की खेती को नष्ट किए जा रहे कदम को काफी सराहे रहे है लोग।पुलिस प्रशासन इस कार्य को बड़ी सफलता मान रहे क्योंकि आज पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का सकारात्मक असर देखने को मिला है। जहां वशिष्ठ नगर थाना अंतर्गत कुछ गांव में ग्रामीणों द्वारा स्वयं अफीम की लगी हुई खेती को भी नष्ट किया गया। इस कदम को पुलिस सराहते हुए चतरा जिले के अन्य थाना क्षेत्रों के लोग से आग्रह भी किए कि उनलोगो से प्रेरणा लेते हुए स्वयं जागरूक होते हुए जहां कहीं भी अफीम की खेती लगी हुई है ,उसे भी नष्ट करें तथा चतरा जिले को अफीम के खेती के कलंक से मुक्त करने का हर संभव प्रयास करे।क्योंकि चतरा मंडल कारा में क्षमता से अधिक बंदी होने के कारण आने वाले दिनों में अफीम तस्कर की गिरफ्तारी होने पर अन्यत्र जिला में भेजा जा सकता है।इन सारी समस्या से निजात को लेकर ग्रामीण अपने गांव में बैठक कर चिंतित एव भयभीत हो कर सार्थक कदम उठा जहर की खेती को नष्ट कर रहे है।