मकर संक्रांति मेला का आयोजन लाखों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
नालंदा, अन्नु : बिहारशरीफ मुख्यालय स्थित बड़ी पहाड़ी पर मकर संक्रांति के अवसर पर हर साल की तरह इस बार भी मेले का आयोजन हुआ। लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे और मेले का आनंद लिया।
मेले का आयोजन:
यह बिहारशरीफ का एकमात्र बड़ी पहाड़ी क्षेत्र है, जहां मकर संक्रांति पर पारंपरिक मेले का आयोजन होता है। लोग दही-चूड़ा, तिलकुट और अन्य पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद लेते हैं। बच्चों के लिए खिलौने और खेल सामग्री के स्टॉल लगाए गए, वहीं श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पूजा-अर्चना कर अपने परिवार की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की।
भूत की अफवाहों पर स्थानीय पंडित का बयान:
हाल के दिनों में बड़ी पहाड़ी पर भूत-भूत की अफवाहों से जुड़े वीडियो वायरल हुए थे। इस पर जब मीडिया ने स्थानीय पंडित से सवाल किया, तो उन्होंने कहा, यह पूरी तरह अफवाह है। यहां कोई भी ऐसा मामला नहीं हुआ है। लड़कों का जमावड़ा रहता है और उनमें से किसी ने झूठी अफवाह उड़ाई होगी। मैं यहां 24 घंटे ड्यूटी पर रहता हूं, और ऐसी कोई असामान्य घटना नहीं हुई है।
दही-चूड़ा भोज का आयोजन:
मकर संक्रांति के इस शुभ अवसर पर डॉ. अमरदीप ने दही-चूड़ा और तिलवा भोज का आयोजन किया, जिसमें शहर के कई नेता, समाजसेवी, और जनप्रतिनिधि शामिल हुए। डॉ. अमरदीप ने कहा, संक्रांति पर इस तरह का आयोजन आपसी भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा देता है।
कार्यक्रम की मुख्य बातें:
लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति।
पारंपरिक व्यंजन और बच्चों के लिए विशेष आकर्षण।
मंदिरों में पूजा-अर्चना और सामाजिक आयोजन।
भूत की अफवाहों पर स्थानीय लोगों और पंडित का खंडन।
आपसी सौहार्द बढ़ाने के लिए दही-चूड़ा भोज।
बड़ी पहाड़ी पर मकर संक्रांति का मेला न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, बल्कि यह समाज में भाईचारे और सद्भाव को मजबूत करने का एक सशक्त माध्यम भी है।