सामुदायिक कक्षा (FLN) के सफल संचालन हेतु एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी
औरंगाबाद(प्रमोद कुमार सिंह): कैवल्या एजुकेशन फाऊंडेशन की ओर से नगर भवन औरंगाबाद में सामुदायिक कक्षा (FLN) के सफल संचालन हेतु एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी।कार्यशाला की शुरुआत बिहार गीत, पिरामल गीत और डीडीसी सर द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया जिसमें डीपीओ स्थापना दया शंकर जी, डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान, गार्गी जी, एपीओ यासीन मोहम्मद और अकाउंटेंट विजय जी, मास्टर ट्रेनर राजकुमार जी, शशिधर उज्ज्वल जी, कैवल्या एजुकेशन फाउंडेशन की और से सीनियर प्रोग्राम मैनेजर कुमार आशुतोष, प्रोग्राम मैनेजर सुजीत कुमार सुमन, सीनियर प्रोग्राम लीडर संजीव कुमार, प्रोग्राम लीडर रोहित भारती, कुंदन कुमार, स्पृहा सिंह और सभी 11 प्रखंड के गाँधी फेलो उपस्थित थे।
प्रथम दिन कार्यशाला में 11 प्रखंड में से 5 प्रखंड के कुल 550 शिक्षा सेवक उपस्थित थे। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य समुदाय में सामुदायिक कक्षा संचालित कराने हेतु था ताकि निपुण लक्ष्यों की संप्राप्ति की दिशा में बच्चो के अधिगम प्रतिफल पर विशेष ध्यान दिया जा सके।
कार्यशाला के दूसरे दिन जिला शिक्षा पदाधिकारी, संग्राम सिंह 6 प्रखंडों के कुल 650 शिक्षा सेवकों को संबोधित करते हुए उनकी उपस्थिति के लिए प्रोत्साहित किये और समुदाय में मोहल्ला क्लास अच्छे से संचालित करने के लिए कहा। उनके द्वारा बताया कि गर्मियों की छुट्टियों में भी मोहल्ला क्लास संचालित की जाएगी। मोहल्ला क्लास संचालित करने में प्रखंड स्तर पर एक मॉनिटरिंग टीम गठित होगी जिसका कार्य शिक्षा सेवको का सहयोग करना होगा। सभी संचालित हो रहे कक्षाओं का रोजाना फ़ोटो साझा हो और आकड़ो के माध्यम से इसकी रिपोर्टिंग की जाएगी ताकि बच्चों के अधिगम प्रतिफल का समय-समय पर आकलन किया जा सके।
डीडीसी सर द्वारा शिक्षा सेवकों को संबोधित किया गया कि मोहल्ला क्लास द्वारा बच्चों के बुनियादी भाषा और संख्या ज्ञान को बेहतर करने के साथ-साथ खेल के माध्यम से बच्चों के व्यवहारिक ज्ञान को प्रभावित किया जा सकता हैं।
दया शंकर जी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, स्थापना द्वारा सभी शिक्षा सेवकों के अभिनंदन किया गया और मोहल्ला में संचालित होने वाली कक्षा में बच्चों को सम्मिलित करने और इनके अभिवावकों से संवाद स्थापित करने एवम बुनियादी ज्ञान के लक्ष्यों पर प्रकाश डाला।
कुमार आशुतोष जी और सुजीत जी द्वारा बताया गया कि हम नवाचार के माध्यम से बच्चो के सीखने की प्रवृत्ति को प्रभावित कर सकते हैं और बच्चो का बचपन एवं उनका बुनियादी ज्ञान स्कूल में ही सुरक्षित है। उनके द्वारा बताया गया कि कक्षा संचालन एक घंटे करना है जिसमे 30 मिनट पढाई होगी और 30 मिनट खेल होगा। 30 मिनट की पढ़ाई में बच्चो को भाषा और संख्या ज्ञान गतिविधियों के माध्यम से।
सिखाया और समझाया जाएगा और 30 मिनट के खेल में बच्चों के मोटर फंक्शन पर कार्य किया जाएगा जिसके अंतर्गत बच्चों को मिट्टी की वस्तुएं बनाने जैसी गतिविधि करायी जाएगी। इससे बच्चों के लिखावट में सुधार आएगा। इस तरह से पढ़ाई और खेल के माध्यम से बच्चों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित होगा। कक्षा संचालन में शिक्षा सेवकों को जिला शिक्षा विभाग और कैवल्या एजुकेशन फाउंडेशन से सहयोग प्रदान किया जाएगा।
मास्टर ट्रेनर राजकुमार जी एवं शशिधर जी ने मंच पर अनुग्रह मिडिल स्कूल के बच्चो के साथ लाइव मोहल्ला डेमो क्लॉस शिक्षा सेवकों को कर के दिखाया गया। जिसमें बच्चों को गतिविधि के माध्यम से ई मात्रा एवं गिनती को सिखाने का प्रयास कर दिखाया गया। राजकुमार जी द्वारा गतिविधि में आने वाले शब्दों को दैनिक जीवन से जोड़कर बच्चों को व्यवहारिक तौर पर समझाने की कोसिस किए।
अकाउंटेंट विजय जी द्वारा शिक्षा सेवकों को संबोधित किया गया कि इस एक दिवसीय कार्यशाला के बाद आप सभी का प्रखंड स्तर पर और विस्तार से मोहल्ला वलास के संचालन पर कार्यशाला के माध्यम से बातचीत की जाएगी।
अंत मे कुमार आशुतोष द्वारा बताया गया कि प्रखंडवार पंचायत स्तर पर 10-15 शिक्षा सेवकों पर एक शिक्षा सेवक उनको सामुदायिक कक्षा संचालित कराने में एक सहयोगी टीम के तौर पर सहयोग करेगी और उनके साथ मासिक पुनरावृत्ति कार्यशाला प्रखंड स्तर पर आयोजित करेंगे।