डीएम के सख्त तेवर देख टेढ़ा के ग्रामीणों में शौचालय के घोटालेबाजों के खिलाफ कार्रवाई की जगी आस
सोनभद्र दुद्धी विकास खण्ड के टेढ़ा ग्राम पंचायत में शौचालय घोटाले में घोटालेबाजों के खिलाफ कार्रवाई होने की आस जगी है। डीएम चन्द्र विजय सिंह के सख्त तेवर देख घोटालेबाजो को बचाने वाले अधिकारियों में हड़कम्प है।ग्रामीणों ने कहा कि डीएम से पूरी उम्मीद है कि उनके यहां हुए 53 शौचालयों के धन गबन करने वाले घोटालेबाजों पर अब कार्रवाई हो जाएगी।
ग्रामीणों के अनुसार पिछले 02 वर्षो से लगातार गांव में हुए शौचालय घोटाले की फरियाद लगा रहे 62 वर्षीय अमरनाथ यादव को अब डीएम के गांव में दौरा कर और कार्यवाही की बात कहने के बाद शिकायतकर्ता को आस जगी है।
शिकायतकर्ता अमरनाथ यादव ने बताया कि इस मामले में कई बार ब्लॉक के अधिकारियों से लेकर , डीपीआरओ , पूर्व के जिलाधिकारी , मुख्यमंत्री को रजिस्टर्ड डाक से पत्र लिखा है इसके अलावा दर्जनों बार तहसील समाधान दिवस में फरियाद लगाई। कुल 60 – 65 बार शिकायत किया है लेकिन शौचालय के धन का गबन करने वाला सचिव पर कोई कार्रवाई नही हुई। अब अखबारों के माध्यम से शौचालय प्रकरण में जिलाधिकारी सख्त तेवर में आये है तो प्रकरण में पूरी कार्रवाई की उम्मीद जग गयी है। अमरनाथ यादव ने बताया कि गांव में 01 वर्ष पूर्व जब डीपीआरओ गांव आये थे तो उन्होंने हर पॉइंट पर ले जाकर स्थलीय निरीक्षण कर शौचालय में गबन की शिकायत की थी तो उन्होंने इस प्रकरण में एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई की बात कही थी।
लेकिन उसके बाद उन्होंने मामले को दबा दिया इसके बाद लगातर तहसील दिवस में जब शिकायत करता तो आख्या यह आता है कि अभी कोडिंग कराया जा रहा है गांव में शौचालय पूर्ण हो गया है अभी अपूर्ण है पूर्ण कराया जा रहा है।अभी बजट नही जल्द पूर्ण कराया जाएगा ,अभी मानक के अनुरूप कार्य कराया जा रहा है यानी हर बार उल्टा पुल्टा रिपोर्ट लगा कर मामले को निस्तारित कर दिया गया ।उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में दो बार डीपीआरओ कार्यालय पर भी मिले है वहां केवल अश्वासन भर मिला लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई। पिछली तहसील दिवस पर उन्होंने शौचालय घोटालेबाजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मण्डलायुक्त डॉ मुत्थुकुमार स्वामी बी को भी शिकायती पत्र सौंपा था।
अमरनाथ यादव (शिकायतकर्ता टेढ़ा गांव)
वही टेढ़ा गांव के शिकायतकर्ताओ पशुराम , राजेन्द्र , श्रवण कुमार व हरि यादव ने बताया कि हम लोगों के नाम से शौचालय आया था पैसा निकाल लिए पर दिए नही वही हम लोगो ने जैसे तैसे शौचालय बना लिए तो उसकी भी गिनती कर शौचालय पूर्ण दिखा दिए। गांव के सचिव इतना मनबढ़ व दबंग है कि जब वह गांव का सेक्रेटरी था तो गांव में 3 चबूतरा बनवाने के नाम पर बिना चबूतरा बनवाये साढ़े 03 लाख रुपये निकाल लिए थे जब डीपीआरओ गांव दौरे पर आए थे तो मामले को अवगत कराया था तो धन आहरण के एक वर्ष बाद आनन फानन में तीनों चबूतरा का निर्माण तो करवा दिया गया लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई आरोप लागया की इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंचायत विभाग में भ्रष्टाचार की जड़े कितनी गहरी है।
पशुराम (पीड़ित शिकायतकर्ता)
राजेन्द (स्थानीय शिकायतकर्ता)
हरि यादव (शिकायतकर्ता ग्रामीण)
वही डीपीआरओ विशाल सिंह ने बताया कि मामले का संज्ञान आप लोगों के द्वारा आया है और इसकी जांच करा कर दोषियों के ऊपर कड़ी कार्य कर कार्रवाई की जाएगी अगर गमन पाया जाता है तो एफ आई आर दर्ज कराया जाएगा और रिकवरी भी होगी ।