
चाचा के मर्डर केस में गवाही देना पड़ा महंगा!
फुलवारीशरीफ, अजीत। पटना जिले के गौरीचक थाना क्षेत्र स्थित हंडेर गांव में 22 जून की रात अंजनी कुमार सिंह (45 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना उस वक्त हुई जब वे एक श्राद्ध कार्यक्रम से लौट रहे थे। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अंजनी कुमार वर्ष 2020 में हुए अपने चाचा अवधेश सिंह की हत्या मामले में मुख्य गवाह थे. यह हत्या मामूली जमीन विवाद और नाले के पानी को लेकर उपजे तनाव के बाद पड़ोसियों द्वारा कर दी गई थी।
अवधेश सिंह की हत्या के बाद गौरीचक थाना में कांड संख्या 210/2020 दर्ज किया गया था, जिसमें गांव के ही शशि भूषण सिंह, बृजभूषण सिंह (दोनों पिता: स्व. मिश्री सिंह) और शशि भूषण का पुत्र गौरव भारती को नामजद अभियुक्त बनाया गया था।
मृतक अंजनी के भाई पवन कुमार का कहना है कि गवाही देने के कारण अंजनी को लगातार धमकियां मिल रही थीं. आरोपी अकसर कहते थे “जमानत मिलते ही तुम्हें खत्म कर देंगे। परिजनों का आरोप है कि जेल में बंद बृजभूषण सिंह की जमानत पिछले शुक्रवार को कोर्ट से मंजूर होते ही अंजनी की हत्या की साजिश को अंजाम दे दिया गया।
पवन कुमार ने बताया कि यह पूरी घटना पहले से तय योजना का हिस्सा थी, जिसमें गवाह को रास्ते से हटाना मकसद था. उन्होंने शशि भूषण, गौरव भारती और बृजभूषण सिंह के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। गौरीचक थाना अध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि मृतक के भाई देव कुमार के बयान पर तीन अभियुक्तों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है। हत्या के बाद से गांव में तनाव और भय का माहौल है. पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।