प्रमंडलीय आयुक्त ने जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक एवं नगर आयुक्त के साथ छठ घाटों का किया पैदल निरीक्षण

पटना, (खौफ 24) आयुक्त, पटना प्रमंडल, पटना श्री अनिमेष कुमार पराशर द्वारा आज जिलाधिकारी, पटना डॉ. त्यागराजन एस.एम.; वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री कार्तिकेय के. शर्मा; नगर आयुक्त पटना नगर निगम श्री यशपाल मीणा एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ छठ महापर्व, 2025 की तैयारियों एवं व्यवस्था का जायजा लेने, घाटों की भौगोलिक स्थिति तथा जल-स्तर में परिवर्तन की प्रवृत्ति का अवलोकन करने के लिए विभिन्न छठ घाटों का स्थल निरीक्षण किया गया। दीघा पाटीपुल घाट से प्रारंभ कर कलेक्टोरेट घाट तक उन्होंने छोटे-बड़े सभी घाटों का पैदल निरीक्षण किया तथा छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा अधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित कर पूर्णतः दुर्घटना-रहित एवं छठव्रतियों तथा श्रद्धालुओं के लिए सभी प्रशासनिक सुविधा-युक्त व्यवस्था करने का निदेश दिया गया।

प्रातः 06.00 बजे दीघा पाटीपुल घाट से प्रारंभ कर मीनार घाट, जेपी सेतु पश्चिमी घाट, दीघा पोस्ट ऑफिस घाट, जेपी सेतु पूर्वी घाट, गेट नं. 93, गेट नं 88, गेट नं 83 (संत माईकल हाई स्कूल के बगल की गली) घाट, बालुपर घाट, कुर्जी घाट, एलसीटी घाट, राजापुर पुल घाट, पहलवान घाट, बाँस घाट, बुद्धा घाट एवं कलेक्टोरेट घाट तक एक-एक कर सभी घाटों का प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया गया।

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यह निरीक्षण 3 घंटे से अधिक समय तक चला। लगभग 9 कि.मी. की दूरी में विभिन्न घाटों पर पैदल चलकर प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा घाटों की वर्तमान स्थिति यथा कटाव, दलदल, ढलान इत्यादि का अवलोकन किया गया। उन्होंने सभी घाटों के एप्रोच रोड में पैदल चलकर इसकी अद्यतन स्थिति का निरीक्षण किया तथा रास्ते में जहाँ-जहाँ गड्ढे थे उन गड्ढों को भरने तथा अन्य व्यवधान को दूर करने का निदेश दिया गया।

जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक एवं नगर आयुक्त ने प्रमंडलीय आयुक्त के संज्ञान में जिला प्रशासन एवं पटना नगर निगम द्वारा की जा रही तैयारियों को लाया। अधिकारियों ने कहा कि कहा कि दानापुर से पटना सिटी तक 109 प्रमुख घाटों को 21 सेक्टर में बाँटकर इतने ही सेक्टर पदाधिकारियों एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों के पर्यवेक्षण में डेडिकेटेड टीम सभी घाटों पर मुस्तैद हैं। अभी मुख्यतः घाटों के एप्रोच रोड एवं अन्य व्यवस्थाओं के बारे में तैयारी की जा रही है। जल-स्तर में कमी की प्रवृत्ति तथा घाटों की भौगोलिक स्थिति को देख कर घाटों को तैयार किया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि मानदंडों के अनुसार 24×7 तैयारी चल रही है। इसे ससमय पूरी कर ली जाएगी।

जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा प्रमंडलीय आयुक्त के संज्ञान में लाया गया कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष वर्तमान समय में गंगा नदी में पानी का स्तर अपेक्षाकृत अधिक है। गंगा नदी का जल-स्तर गाँधी घाट पर आज 12 अक्टूबर, 2025 को प्रातः 06.00 बजे 47.28 मीटर था। जल-स्तर में घटने की प्रवृत्ति है। गाँधी घाट पर 11 अक्टूबर, 2025 को प्रातः 06.00 बजे जल-स्तर 47.44 मीटर था। इस प्रकार पिछले 24 घंटा में 16 सेंटीमीटर जल-स्तर कम हुआ है। सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष छठ के समय गाँधी घाट पर जलस्तर लगभग 45 से 46 मीटर के मध्य रहने की संभावना है। विगत वर्ष छठ के समय 07 नवम्बर, 2024 को यह लगभग 1 मीटर कम करीब 44.64 मीटर था। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि यद्यपि जलस्तर घटने में तेजी आई है फिर भी अधिकारियों को जलस्तर पर लगातार नज़र रखना होगा। आयुक्त ने अधिकारियों को निदेश दिया कि जलस्तर पर लगातार नज़र रखें। घटने की प्रवृति के अनुसार सभी प्रशासनिक तैयारी सुनिश्चित करें। जिन-जिन घाटों पर कटाव अधिक है उस पर नजर रखें। उन्होंने घाटों की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी घाट पर सुरक्षात्मक कार्य करने एवं साइनेज लगाने का निदेश दिया। उन्होंने यह भी निदेश दिया कि बैरिकेडिंग मानकों के अनुरूप रखना सुनिश्चित करें। घाट के किनारे नदी की कितनी दूरी पर पानी की औसतन 5 फीट की गहराई है, इसे देखकर बैरिकेडिंग करने का निदेश दिया गया। यह भी निदेश दिया गया कि खतरनाक घाटों को चिन्हित करते हुए लाल रंग के कपड़ा से घेर दें ताकि श्रद्धालु उधर न जाएं। सभी घाटों पर बड़े-बड़े अक्षरों में घाटों का नाम एवं वाच टावरों तथा अन्य सुरक्षात्मक संरचनाओं का नम्बरिंग करने का निदेश दिया गया। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ टीम की तैनाती करने के साथ सम्पूर्ण आपदा प्रबंधन तंत्र को 24×7 क्रियाशील रखने का निदेश दिया गया।

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प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि दीघा, कुर्जी, कलेक्टोरेट एवं आस-पास बड़े-बड़े घाट हैं। इन घाटों पर काफी संख्या में छठव्रती एवं श्रद्धालु आते हैं। इसको देखते हुए निर्धारित मापदंडों के अनुसार सारी तैयारी करने का निदेश अधिकारियों को दिया गया है। पटना नगर निगम द्वारा घाटों को तेजी से तैयार किया जा रहा है। आज निरीक्षण के समय इस सबको देखा गया। तेजी से घाट निर्माण किया जा रहा है। भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को जल संसाधन विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से नदी में सुदृढ़ बैरिकेडिंग करने का निदेश दिया गया है। अपर जिला दंडाधिकारी, आपदा प्रबंधन को चिन्हित किए जाने वाले खतरनाक घाटों को अंचल अधिकारियों के माध्यम से लाल रंग के कपड़ा से घेरा कराने, एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति करने तथा पर्याप्त संख्या में नाव-नाविकों एवं गोताखोरों को तैनात रखने का निदेश दिया गया है। विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता को प्रकाश की समुचित व्यवस्था करने का निदेश दिया गया।

आयुक्त ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए घाटों पर एवं मार्गों में सभी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहेंगी। युद्धस्तर पर सभी तैयारी की जा रही है। पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल, चेंजिंग रूम, व्रतियों के ठहरने हेतु शेड, घाटों के यथासंभव नजदीक वाहन पार्किंग की बेहतर सुविधा रहेगी। पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग/ड्रॉप गेट की व्यवस्था रहेगी।

आयुक्त ने कहा कि घाटों के पास एवं सम्पर्क पथ में समुचित संख्या में वाच टावर की स्थापना की जाएगी। घाटों पर नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा। ध्वनि-विस्तारक यंत्र एवं स्थायी तथा अस्थायी सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा।

आयुक्त ने कहा कि घाटों पर जाने के लिए एप्रोच रोड सुचारू एवं अवरोध-मुक्त रहेगा। घाटों पर उत्कृष्ट सफाई एवं प्रकाश-व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। नगर निगम द्वारा सभी वार्डों में स्ट्रीट लाईट क्रियाशील रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा घाटों के आस-पास एवं सम्पर्क पथ में अवस्थित विद्युत तारों को व्यवस्थित रखा जाएगा। सभी छठ घाटों पर विद्युत कर्मियों एवं तकनीशियनों की टीम तैनात रहेगी। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
आयुक्त ने कहा कि छठ महापर्व, 2025 के अवसर पर *उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात प्रबंधन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र इसके लिए सजग एवं तत्पर है। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर, अपर नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग एवं अन्य के साथ सभी घाटों पर सेक्टर पदाधिकारियों की टीम भी उपस्थित थी।

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