गर्मी की वजह से लोगों की सेहत व स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग हुआ सजग

अररिया, रंजीत ठाकुर।  अररिया जिले में भीषण गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। लिहाजा हीट स्ट्रोक सहित गर्मी जनित अन्य रोगों का खतरा भी काफी बढ़ चुका है। लिहाजा आम लोगों की सेहत व स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताओं को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग ने अपने स्तर से जरूरी तैयारियां शुरू कर दी है। विभाग सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जरूरी चिकित्सकीय इंतजाम सुनिश्चित कराने के साथ-साथ लोगों को भीषण गर्मी से खुद के बचाव संबंधी उपायों के प्रति जागरूक करने के प्रयासों में जुट चुका है। गौरतलब है कि आने वाले दिनों में तापमान में और अधिक बढ़ोतरी  संभव है। इस कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। विशेष कर छोटे बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती व धात्री महिलाएं व विभिन्न कार्यों से घर से बाहर निकलने वाले कामकाजी लोगों की सेहत प्रभावित हो सकता है।

स्वास्थ्य संस्थानों को किया गया है अलर्ट, दिये गयें हैं जरूरी निर्देश

सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि हीट स्ट्रोक एक चिकित्सा आपातकाल है। जो लोगों के लिये जानलेवा हो सकता है। लिहाजा इससे बचाव संबंधी उपायों पर अमल जरूरी है। इसे लेकर सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश दिये गये हैं। हीट स्ट्रोक के मरीजों को समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये सभी रेफरल अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व वेलनेस सेंटरों पर विशेष वार्ड के निर्माण, विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ साथ अनुभवी स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनुक्ति सुनिश्चित कराने का आदेश दिया गया है। सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जरूरी दवाओं की प्रयाप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराने को कहा गया है। साथ ही विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लू सहित गर्मी जनित अन्य बीमारियों से बचाव के प्रति समुदाय स्तर पर लोगों को जागरूक करने के लिये निर्देशित किया गया है। उन्होंने कड़ी धूप में बेवजह घर से बाहर निकलने से लोगों को परहेज करने की अपील की है।

सेहत से जुड़ी शिकायत होने पर तत्काल लें विशेषज्ञों की राय

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जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोइज ने कहा कि भीषण गर्मी के कारण कम उम्र के बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती व धात्री माताओं के साथ अपने विभिन्न कार्यों से घर से बाहर निकलने वाले व्यक्तियों को अपनी सेहत के प्रति ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि हमारे शरीर का सामान्य तापमान 36.4 से 37.2 डिग्री सेल्सियस होता है। लेकिन हीट स्ट्रोक की वजह से यह तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या इससे ऊपर चला जाता है। ऐसे में हीट स्ट्रोक से पीड़ित मरीजों में भटकाव, भ्रम, चिड़चिड़ापन, बहुत तेज सिरदर्द, बेहोशी, मांसपेशियों में ऐंठन व दिल की धड़कन तेज हो सकती है। यह हृदय, श्वसन, गुर्दे की पुरानी बीमारियों को भी बढ़ा सकता है। बच्चों में स्तनपान नहीं कर पाना, अत्यधिक चिड़चिड़ापन, पेशाब न आना संबंधी शिकायत गर्मी की वजह से हो सकती है। ऐसे में तत्काल चिकित्सा सलाह जरूरी है। गर्मी की वजह से घमौरियां, हाथों की सूजन, मांसपेशियों में ऐंठन जैसी समस्या हो सकती है।

बचाव के लिये करें ये उपाय

थोड़े थोड़े अंतराल पर यथा संभव पर्याप्त पानी पिएं
जितना संभव हो सके घर के अंदर या छायेदार जगह पर रहें
ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन यानी ओआरएस का उपयोग करें नींबू पानी, छाछ, लस्सी जैसे घरेलू पेय का नियमित सेवन करें तरबूज, खरबूज, संतरा, अंगूर जैसे अधिक पानी की मात्रा वाले मौसमी फल व सब्जियों को अपने दैनिक आहार में शामिल करें घर से बाहर निकलते वक्त पतले, ढीले, सूती विशेषकर हल्के रंग के कपड़े पहनें

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