दुश्मन का हौसला कुचल देगा जवान, मोदी ने दिया आत्मनिर्भरता का मंत्र
NEW DELHI(खौफ़ 24): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार सुबह जम्मू कश्मीर के करगिल पहुंच गए हैं. वे यहां सेना के जवानों के साथ दिवाली मना रहे हैं.
इस मौके पर पीएम मोदी ने एक बार फिर जोर देकर कहा है कि उनका परिवार सेना के जवान हैं, उन्हें उनके साथ दिवाली मनाना अच्छा लगता है. पीएम ने जवानों का दिवाली का मतलब बताते हुए कहा कि असल में दिवाली का सार ही ये है कि आतंक का अंत हो और फिर उसका उत्सव मनाया जाए. करगिल युद्ध के दौरान भी सेना ने इसी तरह से आतंक के फन को कुचल दिया था. एक दिव्य जीत दिलाई थी. पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि कोई भी राष्ट्र खुद को तभी सुरक्षित कह सकता है जब उसके बॉर्डर सुरक्षित हों, जब उसकी अर्थव्यवस्था सशक्त हो और जब गरीबों को अपना खुद का घर मिले, हर सुविधा मिले.प्रधानमंत्री ने इस बात का भी जिक्र किया कि हाल ही में ISRO ने ब्रॉडबेंड का विस्तार करते हुए एक साथ 36 सैटेलाइट स्पेस में छोड़े. पिछले आठ सालों में देश की अर्थव्यवस्था भी 10वें पायदान से पांचवें स्थान पर आ गई है. ये सफलताएं सभी को गर्व करने का मौका देती है. सेना के जवान भी खुश होते हैं. पीएम ने अपने संबोधन में इस बात पर भी जोर दिया पिछले कुछ सालों में सेना में सुधार के लिए कई रीफॉर्म किए गए हैं. फिर चाहे वो बेहतर तालमेल के लिए सीडीएस बनाना रहा हो या फिर बॉर्डर पर अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना हो,मोदी ने विरोधियों को चुनौती देते हुए यहां तक कहा कि अगर कोई हमारी तरफ नजर उठाकर देखेगा तो हमारी तीनों सेनाएं उसी की भाषा में मुंहतोड़ जवाब देंगी. उसे परास्त कर दिया जाएगा.
पीएम ने इसी कड़ी में आत्मनिर्भरता का भी मंत्र दिया. उन्होंने कहा कि अगर देश का जवान स्वदेशी हथियार का इस्तेमाल करेगा तो दुश्मन का परास्त होना तो तय होगा ही, जवान का हौसला भी दस गुना बढ़ जाएगा. पीएम ने अपने संबोधन के अंत में एक जोरदार कविता भी सुनाई, उस कविता के जरिए जवानों का हौसला बढ़ाने का काम किया. उन्होंने उस कविता में ब्रह्मोस की ताकत का अहसास भी करवाया और तेजस की उड़ान का भी जिक्र किया. उन्होंने दुश्मनों को संदेश भी दिया और सेना की ताकत पर जोर भी रहा.पीएम सेना के जवानों के साथ पिछले आठ साल से दीपावली का पर्व मनाते आ रहे हैं. साल 2014 में जब से नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली है, वह हमेशा ही जवानों संग ही दिवाली का पर्व मनाते हैं. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने की अपनी परंपरा को बरकरार रखते हुए जम्मू-कश्मीर के करगिल द्रास पहुंच गए थे.इससे पहले पीएम मोदी दिवाली के उत्सव पर लगातार अलग-अलग जगहों पर पहुंच रहे हैं. वो सबसे पहले 21 अक्टूबर को बाबा केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन करने पहुंचे थे. इसके बाद 23 अक्टूबर को अयोध्या के दीपोत्सव में शामिल हुए. साथ ही अयोध्या पहुंचकर उन्होंने रामलला विराजमान के भी दर्शन किए.पीएम ने अब तक सरहद के अलग-अलग इलाके में जाकर सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाई. जानिए पिछले 8 बार कब-कहां दिवाली मनाने पहुंचे पीएम मोदी 23 अक्टूबर 2014: मई 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे. इसके बाद 23 अक्टूबर 2014 को उन्होंने बतौर पीएम सियाचिन में पहली दिवाली मनाई थी.
11 नवंबर 2015: पीएम मोदी ने पंजाब में जवानों के साथ दिवाली मनाई थी. यहां वे 1965 युद्ध के वॉर मेमोरियल का दौरा भी करने पहुंचे थे.30 अक्टूबर 2016: पीएम मोदी 2016 में हिमाचल के किन्नौर में दिवाली मनाने पहुंचे थे. यहां उन्होंने भारत चीन बॉर्डर के पास जवानों के साथ दिवाली मनाई थी.18 अक्टूबर 2017: 2017 में भी पीएम मोदी ने जवानों के साथ ही दिवाली मनाई थी. तब वे जम्मू कश्मीर के गुरेज में पहुंचे थे.7 नवंबर 2018: 2018 में पीएम मोदी ने भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों के साथ उत्तराखंड के हर्षिल में दिवाली मनाई थी.27 अक्टूबर 2019: पीएम मोदी ने 2019 में एलओसी पर जवानों के साथ दिवाली मनाई थी. पीएम मोदी राजौरी में एलओसी पर तैनात सैनिकों से मिलने पहुंचे थे.14 नवंबर 2020: पीएम मोदी ने जैसलमेर में लोंगेवाला पोस्ट पर जवानों के साथ दिवाली मनाई थी.4 नवंबर 2021: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2021 में जवानों संग राजौरी के नौशेरा सेक्टर में दिवाली मनाई थी। साभार