
गर्मी व बारिश के दिनों में बढ़ जाता है डायरिया का खतरा, अधिक प्रभावित होते हैं बच्चे
अररिया, रंजीत ठाकुर : डायरिया पांच साल तक के बच्चों के मौत की प्रमुख वजह है। यह एक ऐसी बीमारी है। जिसे सही समय पर पहचान व उचित उपचार से पूरी तरह रोका जा सकता है। डायरिया से बचाव के लिये दैनिक जीवन में स्वच्छता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। डायरिया से होने वाले बच्चों की मौत को रोकने लिये जिले में आगामी 15 जुलाई से 14 सितंबर तक स्टॉप डायरिया कैंपेन संचालित किया जायेगा। इस दौरान संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता घर-घर घुमकर पांच वर्ष तक के सभी बच्चों के लिये ओआरएस पैकेट व जिंक की गोली वितरित करेंगी। इस दौरान अभिभावकों को डायरिया नियंत्रण के लिये स्वच्छता के महत्व सहित अन्य जरूरी जानकारी भी दी जायेगी।
गर्मी व बारिश के दिनों में बढ़ जाता है डायरिया का खतरा
जिला सामुदायिक समन्वयक सौरव कुमार ने बताया कि स्टॉप डायरिया कैंपेन का उद्देश्य डायरिया के कारण होने वाले बच्चों के मौत संबंधी मामलों को नियंत्रित करना है। इसके रोकथाम संबंधी उपायों के प्रति समुदाय को जागरूक करना है। ताकि हर बच्चा सुरक्षित व स्वस्थ रह सके। अभियान के क्रम में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को ओआरएस का पैकेट व जिंक का टैबलेट देंगी। जिन घरों में दस्त से पीड़ित बच्चे पाये जायेंगे उस घर में 2 पैकेट ओआरएस व 14 जिंक की टैबलेट दी जायेगी।
बारिश व गर्मी के दिनों में बढ़ जाता है डायरिया का खतरा
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह स्टॉप डायरिया कैंपेन के नोडल अधिकारी डॉ मोईज ने कहा कि 0 से 5 साल तक के बच्चों का अक्सर डायरिया से प्रभावित होने का खतरा रहता है। गर्मी व बारिश के दिनों में यह खतरा और अधिक बढ़ जाता है। डायरिया पीड़ित बच्चों के प्राथमिक उपचार में ओआरएस घोल व जिंक का टैबलेट बहुत फायदेमंद हैं। डायरिया के दौरान बच्चों में डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है जो बच्चों के लिए जानलेवा भी हो सकता है। ऐसे में ओआरएस व जिंक की टेबलेट के लगातार सेवन से बच्चों की सेहत में तेजी से सुधार होता है।
डायरिया से होने वाली मौत को पूरी तरह रोकना संभव
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि डायरिया से बच्चों की मौत को पूरी तरह से रोका जा सकता है। इसके लिये रोग से बचाव संबंधी उपायों के प्रति जागरूकता व सही समय पर उचित उपचार जरूरी है। आगामी 15 जुलाई से जिले में शुरू होने वाले स्टॉप डायरिया कैंपेन इसी उद्देश्य से संचालित किया जा रहा है। ताकि हम डायरिया के कारण होने वाले बच्चों की मौत संबंधी मामलों को प्रभावी तरीके से रोक सकें।