
कवि सम्मेलन का किया गया आयोजन
दानापुर, आनंद मोहन : बिहार कवियों साहित्यकारों की भूमि रही है इसी भूमि से दिनकर की लेखनी ने लोगों को समय-समय पर झकझोरने का काम किया है । बिहार का गौरव लौटाने में कवियों की लेखनी की बड़ी भूमिका हो सकती है । जाति में बंटे बिहार को आप शब्दों से रास्ता दिखा सकते हैं । उक्त बातें आईपीएस विकास वैभव ने राष्ट्रीय कवि संगम के प्रान्तीय कार्यसमिति के उद्घाटन सत्र में कही । रविवार को आरकेड बिजनेस कॉलेज सगुना मोर पटना में राष्ट्रीय कवि संगम की ओर से प्रान्तीय कार्यसमिति सह कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया ।
जिसका उद्घाटन आईपीएस विकास वैभव, राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल, बिग कमांडर यू के त्रिपाठी, आरकेड बिजनेश कॉलेज के निदेशक आशीष आदर्श, एडीएम रविंद्र दीवाकर, राष्ट्रीय कवि संगम के प्रांतीय अध्यक्ष प्रभाकर कुमार राय ने संयुक्त रूप से किया । अध्यक्षता प्रभाकर कुमार राय व संचालन पटना जिला अध्यक्ष अविनाश बंधु ने किया । इस अवसर पर राष्ट्रीय कवि संगम पटना जिला इकाई का संरक्षक आशीष आदर्श, सचिव धनंजय कुमार, पटना जिला महामंत्री मुकेश कुमार ओझा , उपाध्यक्ष कुंदन सिंह क्रांति संगठन मंत्री शंकर भगवान सिंह को मनोनीत किया गया ।
राष्ट्रीय कवि संगम का प्रान्त महामंत्री मधुबनी के डॉ राजकुमार भारती को और सह महामंत्री जहानाबाद के राणा वीरेंद्र सिंह को मनोनीत किया गया । राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल ने अपने संबोधन में कहा कि कद बड़ा नहीं होता एरिया उठाने से, कद बड़ा होता है सिर झुकाने से । उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कवि संगम बिहार इकाई देश मे मजबूत इकाई है । देश के जागरण में कवियों की बड़ी भूमिका रही है । बिहार के अलग अलग जिलों से कवियों ने कार्यसमिति में भाग लिया । अतिथियों को प्रान्तीय सह महामंत्री अंकेश कुमार, धनन्जय कुमार आदि ने सम्मानित किया । बिहार के 70 से अधिक कवियों ने अपना काव्य पाठ किया । जिसमें कवियों ने काव्य के माध्यम से पाकिस्तान की काली करतूतों पर जमकर प्रहार किया । इस अवसर पर कवि अविनाश बंधु की आने वाली पुस्तक ‘अपने हिस्से का ख़्वाब’ के आवरण का लोकार्पण किया गया ।