डिलेवरी के दौरान महिलाओं को नही बेड पर चादर, बाहर से दवा खरीदने को हुए मजबूर परिजन
उत्तरप्रदेश(संजय कुमार तिवारी): बलिया से है। जहां बलिया के सिकंदरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भारी अनियमितता देखने को मिली है। जहां डिलीवरी के दौरान महिलाओं को बिना चादर के ही बेड पर लिटाया गया है। और साफ सफाई के नाम पर खानापूर्ति की गई है पूरी तस्वीरों में देख सकते हैं। कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के महिला वार्ड का मामला है।
डिलीवरी के दौरान महिलाओं को बेड पर चादर नहीं बिछाई गई है बिना चादर के ही गर्भवती महिलाएं बेड पर लेटी नजर आ रही है। इतना ही नहीं सबसे बड़ी बात तो यह है कि सरकारी हॉस्पिटल से बॉटल और इंजेक्शन को छोड़कर सारी दवाएं बाहर से लिखी जा रही है। परिजनों का आरोप है कि बेड पर चादर नहीं है और बाटल इंजेक्शन को छोड़कर सारी दवाएं बाहर से ली जा रही है।
अब तक बाहर से लगभग ₹5000 की दवाएं बाहर से खरीदी गई है। हॉस्पिटल से कोई भी दवा नहीं मिल रही है वही गर्भवती महिलाओं के लिए दूध और ब्रेड भी नहीं दिया जा रहा है।और नहीं उनको भोजन की व्यवस्था हॉस्पिटल के द्वारा की जा रही है। एक तरफ योगी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक हॉस्पिटलों का निरीक्षण कर रहे हैं। और हॉस्पिटलों की व्यवस्था को लेकर पीठ थपथपा रहे हैं।
तो दूसरी तरफ हॉस्पिटलों की दूर व्यवस्था अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। एक तरफ सरकार दावा कर रही है कि सरकारी अस्पतालों पर सभी दवाएं उपलब्ध है। और सभी सेवाएं उपलब्ध है लेकिन सच तो यह है कि सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था बद से बदतर है।