
CM के चुरहैत कॉजवे का नीरीक्षण के बाद फूटा ग्रामीणों का आक्रोश
जमुई, मो.अंजुम आलम। जमुई बरनार नदी पर बने चुरहैत कॉजवे के क्षतिग्रस्त होने के बाद बुधवार को कॉजवे का नीरीक्षण के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे।साथ मे मंत्री सुमित कुमार सिंह, एमएलसी संजय प्रसाद सिंह,पूर्व एमएलसी संजय प्रसाद,नव नियुक्त जिलाधिकारी राकेश कुमार, तत्कालीन जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह,एसपी डॉक्टर शौर्य सुमन,एसडीओ अभय कुमार तिवारी सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी शामिल रहे। कॉजवे का निरीक्षण करने के दौरान मीडिया कर्मियों को भी न्यूज़ कवरेज से रोक दिया गया। इसके अलावा ग्रामीणों व समर्थकों को भी कॉजबे के पास जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। जिस वजह से मीडिया कर्मी तो अपने दायरे में रहे, लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके आला अधिकारियों पर फूट पड़ा।
इस दौरान ग्रामीणों ने जिंदाबाद के नारे लगाने के बजाय बिहार सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए।जिला प्रशासन के खिलाफ भी जमकर आक्रोश जताने लगे। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान कॉजवे के समीप जाने से रोका गया और जिन पदाधिकारी के द्वारा रोका गया है उन्हीं पदाधिकारी की मिली भगत से यहां कौजवे के निर्माण में लूट हुई है। कॉजवे के निर्माण में पूरी तरीके से अनियमित बरती गई है। यहां के सभी पदाधिकारी बालू, दारू और लकड़ी में पैसा लेते हैं।इसलिए किसी ग्रामीणों को मुख्यमंत्री के समक्ष जाने नहीं दिया गया। वे लोग भी मुख्यमंत्री से कुछ बातें करना चाहते थे। इस दौरान ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए बवाल काटने लगे।
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