
देवी शकुंतला जन कल्याण संस्थान के द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर लगाए गए 151 पौधे
नालंदा, राकेश नालंदा बिहार शरीफ रहुई प्रखंड स्थित पेसौर गांव में देवी शकुंतला जन कल्याण संस्थान के द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर 151 पौधे लगाए गए इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे यातायात डीएसपी सुनील कुमार सिंह जिला रोल आउट प्रबंधक ट्रैफिक तनवीर आलम रहुईं थाना अध्यक्ष कुणाल कुमार एवं देवी शकुंतला जन कल्याण संस्थान के सचिव जनार्दन प्रसाद ने संयुक्त रूप से पैधारोपण कर संतुलित पर्यावरण संरक्षण का लोगों को संदेश दिया इस अवसर पर ट्रैफिक डीएसपी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे समाज में ऐसे लोगों की आवश्यकता है जो इस तरह के मुहिम चलाएं पिछले कुछ सालों से हम लोगों से कुछ गलतियां हुई है जो ग्लोबल वार्मिंग के संकेत मिलने लगे हैं
जो मौसम मैं भी चेंजिंग आने लगा है अब हम लोगों को ही इसका हल ढूंढना है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को पौधे लगाने हैं पेड़ों को महत्व समझे ज्यादा से ज्यादा पौधों को संरक्षित करें और पूरे समाज को पौधा लगाने के लिए प्रेरित करें तभी हमारा समाज हरा भरा समाज बन सकेगा इसके लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा वहीं उन्होंने इस मौके पर उपस्थित लोगों को यातायात नियमों का अनुपालन करने का नसीहत दिया उन्होंने कहा कि बाइक पर हेलमेट लगा कर चले चार पहिया वाहन पर सीट बेल्ट लगाऐ ट्रैफिक नियम का अनुपालन करें वहीं देवी शकुंतला जन कल्याण संस्था के सचिव जनार्दन प्रसाद ने बताया कि यह संस्था 13 वर्षों से जन सरोकार एवं जन कल्याण के क्षेत्र में कार्य कर रही है
उन्होंने कहा कि इस संस्था का मुख्य उद्देश्य है स्वास्थ्य पर्यावरण शिक्षा बाल विवाह समाज कल्याण सहित कुल 22 प्रकार के उद्देश्यों को लेकर संस्था कार्य करती है इस संस्था के द्वारा पूर्व में अस्थवां प्रखंड के मुक्तिपुर गांव में स्वास्थ्य कैंप का आयोजन किया गया बिंद के कुतुब बीघा गांव मैं बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री वितरित कर शिक्षा का अलख जगाता बिहार शरीफ धनेश्वर घाट स्थित हनुमान मंदिर के समीप लोगों के बीच काडा का वितरण किया एवं प्रत्येक माह शारीरिक जांच कैंप के अलावे वन संरक्षण एवं यातायात नियमों का अनुपालन को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाता है इस मौके पर संस्थान के अध्यक्ष विकास कुमार कोषाध्यक्ष आनंद भूषण संदीप कुमार बृजमोहन प्रसाद रोहितास पटेल सुलेश्वर रामचंद्र पासवान सहित सैकड़ो ग्रामीण मौजूद थे