हाथों को स्वच्छत रखकर कई गंभीर बीमारी व विभिन्न संक्रामक रोगों से बचाव संभव
अररिया, रंजीत ठाकुर हाथों की बेहतर सफाई अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का एक प्रभावी तरीका है। हाथों की उचित सफाई से कई बीमारियों व संक्रमण के प्रसार को प्रभावी तरीके से रोका जा सकता है। हाथों की स्वच्छता को बढ़ावा देने व इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 05 मई को विश्व हाथ स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। इस विशेष दिवस के मौके पर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जागरूकता संबंधी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करते हुए लोगों को हाथों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने व दूसरों को भी इसे लेकर प्रेरित करने के लिये प्रेरित व प्रोत्साहित किया गया।
हाथों की उचित सफाई से कई रोगों से बचाव संभव
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि विश्व हाथ स्वच्छता दिवस का मूल उद्देश्य जीवन बचाएं अपने हाथों को साफ करें अभियान का बढ़ावा देना है। डब्ल्यूएचओ द्वारा वर्ष 2009 से संचालित ये विशेष अभियान वैश्विक स्तर पर हाथों की स्वच्छता को बढ़ावा देना व लोगों को इसके उपयोगिता के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष विश्व हाथ स्वच्छता दिवस हाथों की स्वच्छता सहित संक्रमण की रोकथाम व नियंत्रण पर नवीन व प्रभावशाली प्रशिक्षण व शिक्षा के माध्यम से स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के ज्ञान व क्षमता संर्द्धन को बढ़ावा संबंधी उद्देश्य की प्राप्ति को लक्ष्य मानकर आयोजित किया जा रहा है।
सफाई के उचित तकनीक का प्रयोग जरूरी
सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ आकाश कुमार ने बताया कि हाथों की समुचित सफाई हमें कई गंभीर बीमारी व विभिन्न संक्रामक रोगों के प्रभाव से मुक्त रखता है। हाथों की सफाई कब जरूरी है और हाथ कैसे धोया जाय इस संबंध में हर एक व्यक्ति को जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि बेहतर तरीके से हाथों की सफाई के लिये ये जरूरी है कि हाथों को बहते पानी में पहले गीला किया जाये। हाथों में साबुन ठीक से लगायें। अच्छी तरीके से साबुन लगे हाथों के पिछले हिस्से, उंगलियों के बीच, नाखूनों के नीचें हल्के हाथों से कम से कम 20 सकेंड तक रगड़ें। इसके बाद हाथों की ठीक से धोलें। फिर सूखे तौलिये से हाथों को सुखाना जरूरी होता है।
कब जरूरी है हाथों की सफाई
हाथों की जरूरी कब जरूरी है इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि खाद्य पदार्थ या किसी तरह के पेय पदार्थ के सेवन से पूर्व, भोजन तैयार करने से पूर्व, कोई दवा लेने या किसी घाव की सफाई से पहले किसी बीमार व्यक्ति से मिलने व उनकी देखभाल से पूर्व व बाद में, शौच के बाद, बच्चों का डायपर बदलने के बाद, कूडा फेंकने, पशु चारा व अपशिष्ट प्रबंधन के बाद हाथों की सफाई बेहद जरूरी होता है।