
पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित टीम ने सोन नदी किनारे अवैध बालू खनन पर की छापेमारी
पटना, आनंद मोहन : बिहार में अवैध बालू खनन पूरी तरह से बंद है, उसके बावजूद भी अवैध खनन का कारोबार चोरी छिपे बालू माफिया के द्वारा धरल्ले से की जा रही है। इसकी सूचना मिलते ही आर्थिक अपराध इकाई की ओर से छापेमारी की गई। राजधानी पटना से सटे बिहटा थाना अंतर्गत में अवैध बालू भंडारण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई। आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने कई इलाकों में छापेमारी कर लगभग 3.61 लाख सीएफटी बालू बरामद अवैध बालू का भंडारण कर सत्यापन किया। यह संयुक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक विशेष अपराध, जिला खनन पदाधिकारी पटना , दानापुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी 2, बिहटा थानाध्यक्ष और पुलिस अधिकारियों तथा बिहार विशेष शास्त्र पुलिस के सहयोग से की गई।
यह छापामारी अभियान बिहटा थाना अंतर्गत के केनहनपुर , घोराटॉप, महुआ , तरेगना, महुआ, बेरर के इलाकों में चलाया गया। जहां लंबे समय से अवैध बालू भंडारण की सूचना मिल रही थी। प्रशासनिक टीम ने मौके पर पहुंचकर बालू भंडारति का सत्यापन किया एवं आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू की। खनन विभाग के अधिकारी की ओर से प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। अधिकारियों कहना है कि यह अभियान आगे भी इस शक्ति से जारी रहेगा और अवैध खनन एवं भंडारण में शामिल किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा। बालू खनन व भंडारण के खिलाफ पटना पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है और इसमें सफलता भी मिल रही है , अवैध कारोबारियों के खिलाफ मामले दर्ज किये जा रहे हैं।
पटना नगर पुलिस अधीक्षक पश्चिम भानु प्रताप सिंह ने बताया कि आर्थिक अपराध इकाई और पटना पुलिस के संयुक्त कार्रवाई में बालू का अवैध भंडारण और व्यापार करने वाले माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई में अच्छी सफलता मिल रही है। विभिन्न एजेसियों के साथ मिलकर आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। खास तौर पर वैसे लोग जो बालू कारोबार में अवैध संपत्ति अर्जित किए हैं और जिनके खिलाफ थानों में मामला दर्ज है उनके खिलाफ भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता धारा 107 के तहत संपत्ति कुर्क करने को लेकर न्यायालय में आवेदन भेजा जाएगा।