
जिलाधिकारी ने किया महिला आईटीआई का निरीक्षण, प्रबंधन एवं संधारण पर विशेष ध्यान देने का दिया निदेश
पटना, (खौफ 24) जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, दीघाघाट, पटना का निरीक्षण किया गया। प्राचार्य को संस्थान के प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने तथा भवन के अनुरक्षण एवं मरम्मति हेतु कार्रवाई करने का निदेश दिया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि पटना जिला में छात्राओं के औद्योगिक प्रशिक्षण के लिए श्रम संसाधन विभाग के अन्तर्गत यह एक उत्कृष्ट संस्थान है। वर्ष 1972 से ही इसका स्वतंत्र रूप से संचालन हो रहा है। जून, 2013 में माननीय मुख्यमंत्री के कर- कमलों द्वारा इसके नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया गया। नया भवन बनने से छात्राओं को काफी सुविधा प्राप्त हुई। क्लासरूम, कम्प्यूटर लैब, वर्कशॉप, कॉन्फ्रेन्स हॉल, पुस्तकालय, केवाईपी लैब इत्यादि का सुगमतापूर्वक संचालन हो रहा है।

बड़ी संख्या में छात्राओं का विभिन्न संस्थाओं एवं कम्पनी यथा टाटा मोटर्स, बुडको, बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (बीएसईबी), फ्लिपकार्ट, जेसीबी इंडिया इत्यादि में प्लेसमेंट भी हो रहा है। संस्थान में सैमसंग का ऑन-जॉब ट्रेनिंग क्लास भी चलता है। उनके रिसोर्स पर्सन द्वारा विभिन्न आईटीआई ट्रेड में छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाता है। ऑन-जॉब ट्रेनिंग की स्थिति एवं प्लेसमेंट में यह महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान टॉप-5 में आता है।
महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्या द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में संस्थान के बारे में मुख्य तथ्यों को लाया गया। उन्होंने बताया कि संस्थान में 05 ट्रेड में छात्राओं का एडमिशन हो रहा है। ये ट्रेड इलेक्ट्रिशियन, फिटर, आईएण्डसीटीएसएम, इलेक्ट्रोनिक्स मैकेनिक्स तथा आईओटी है। सत्र 2024-26 में 145 छात्राएं प्रशिक्षणरत हैं। प्राचार्या द्वारा बताया गया कि संस्थान में उप प्राचार्य, विद्युत अनुदेशक, फिटर अनुदेशक, मैकेनिक्स इलेक्ट्रोनिक्स अनुदेशक, गणित अनुदेशक, आईसीटीएसएम अनुदेशक, एमआरटीवी अनुदेशक, आईओटी टेक्निशियन (स्मार्ट हेल्थकेयर), ग्रुप अनुदेशक, उच्च वर्गीय लिपिक सहित विभिन्न पदों पर स्वीकृत पद के विरूद्ध रिक्तियाँ है। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि सरकार द्वारा इन पदों पर शीघ्र बहाली की जा रही है।
जिलाधिकारी द्वारा वर्गकक्षों एवं लैब का भी भ्रमण किया गया। उन्होंने आईएण्डसीटीएसएम, इलेक्ट्रिशियन, इलेक्ट्रोनिक्स मैकेनिक्स सहित विभिन्न वर्कशॅाप एवं क्लासरूम का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने कहा कि अध्ययनरत छात्राओं से आज बातचीत भी की गई। उनसे संस्थान द्वारा प्रदत्त सुविधाओं के बारे में पूछा गया। छात्राओं द्वारा उपलब्ध सुविधाओं पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। उनसे समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली गई। छात्राओं ने शिक्षकों/फेकल्टी मेम्बर्स की कमी की बात बतायी। जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार छात्राओं की इस समस्या से भली-भाँति अवगत है तथा इसे दूर करने के लिए फेकल्टी मेम्बर्स का शीघ्र पदस्थापन किया जा रहा है। इसके लिए प्रक्रिया पूर्ण होने वाली है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशिक्षणरत छात्राओं ने क्लासरूम की कमी के बारे में भी बताया है। इसे दूर करने के लिए संस्थान के ऊपरी तल पर जल्द क्लासरूम का प्रबंध कर दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि छात्राओं की शैक्षणिक आवश्यकता एवं माँग के अनुरूप हर व्यवस्था की जा रही है। प्राचार्य एवं उप निदेशक (प्रशिक्षण) को इसके लिए विभाग से समन्वय करने का निदेश दिया गया है। जिला-स्तर से भी इस संबंध में त्वरित कार्रवाई की जाएगी। जीएम, पेसू को संस्थान के निकट अंडरग्राउंड केवल में आ रहे व्यवधान को तुरत दूर करने का निदेश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि संस्थान के परिसर में सात निश्चय-2 के अन्तर्गत टाटा टेक्नोलोजिज के सहयोग से सेंटर ऑफ एक्ससिलेंस अन्तर्गत मॉडल डबल-स्टोरी प्री-फैब संरचना का शिलान्यास भी इसी माह माननीय मुख्यमंत्री द्वारा किया गया है। इसका निर्माण बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। इसके बन जाने से काफी सहायता मिलेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का चार मंजिला छात्रावास भी वर्ष 2020 से क्रियाशील है। इसमें 72 छात्राओं के रहने की अच्छी व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि संस्थान के परिसर विकास के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि संस्थान के निरीक्षण में व्यवस्था संतोषजनक पाया गया। अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर को संस्थान के आस-पास की सरकारी भूमि को अतिक्रमण-मुक्त रखने तथा सुचारू यातायात सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा जन-समस्याओं के त्वरित गति से समाधान के लिए वे नियमित तौर पर विभिन्न कार्यालयों तथा संस्थानों का निरीक्षण करते रहते है। पदाधिकारियों को पारदर्शिता, उत्तरदायित्व एवं संवेदनशीलता के साथ कार्य करने का निदेश दिया गया है।