
लाठीचार्ज करने खिलाफ पुतला दहन कर थानाध्यक्ष के बर्खास्तगी की मांग की गई
पटना, (खौफ 24) दिनांक 11/7/2025 : 9 जुलाई को मजदूरों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल एवं महागठबंधन के बिहार बंद के दौरान पटना जिला के खुसरूपुर बाजार में शांतिपूर्ण व सफल बंद के बाद लौट रहे आंदोलनकारियों पर खुशरुपुर थानाध्यक्ष द्वारा बर्बर लाठीचार्ज करने एवं दलित नेताओं को जातिसूचक गाली देने के खिलाफ पटना के जनशक्ति भवन अदालतगंज से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पटना जिला परिषद द्वारा एक आक्रोश मार्च निकाल खुसरूपुर थानाध्यक्ष का पुतला आयकर गोलंबर पर फूंका।
ज्ञात हो कि उस दिन खुसरूपुर थानाध्यक्ष मंजीत कुमार ठाकुर ने शांतिपूर्ण और सफल बंदी के बाद लौट रहे आंदोलनकारियों पर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए लाठीचार्ज से दर्जनों साथी घायल हो गए थे। जिसमें भाकपा के राज्य परिषद सदस्य व दलित अधिकार आंदोलन के जिला संयोजक विनोद कुमार को जातिसूचक गाली देते हुए लाठीचार्ज किया गया, भाकपा के 88 वर्षीय युगेश्वर दास, राजद नेता संजय कुमार यादव, रामयत्न प्रसाद सिंह प्रमुख रूप से घायल हुए थे।
जिसके विरोध में जनशक्ति से आक्रोश मार्च निकाल व आयकर गोलंबर पर पुतला दहन के बाद भाकपा के खुसरूपुर अंचल सचिव भूषण पांडेय एवं खुसरूपुर राजद अध्यक्ष अरुण यादव की अध्यक्षता में सभा हुई। जिसे संबोधित करते हुए भाकपा जिला सचिव विश्वजीत कुमार ने कहा कि खुसरूपुर थानाध्यक्ष द्वारा की गई घटना बिहार सरकार के दलित और गरीब विरोधी चरित्र को उजागर करती है। इस घटना के जिम्मेदार अधिकारी को बर्खास्त करने तक भाकपा का आंदोलन जारी रहेगा। सभा को राजद प्रखंड अध्यक्ष अरुण यादव, राजद नेता रामयत्न प्रसाद सिंह, भाकपा नेता देवरत्न प्रसाद, शगुफ्ता रसीद अनिश अंकुर और घायल कामरेड विनोद कुमार ने भी संबोधित किया।
सभी ने घटना को लोकतंत्र के लिए काला धब्बा बताया, घोर निंदा किया और थानाध्यक्ष के बर्खास्तगी की मांग की।
प्रदर्शन में पंकज कुमार, अनुप कुमार यादव, युवा नेता सन्नी कुमार, राजद नेता मुरारी वर्मा, रामयत्न प्रसाद सिंह, सुरेंद्र पासवान आदि दर्जनों साथी शामिल थे।