
बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं व कमजोर रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता वाले लोगों को खतरा अधिक
अररिया, रंजीत ठाकुर : सर्दी-खांसी व बुखार के साथ-साथ अब जिले में चिकन पॉक्स का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। हर दिन बढ़ते तापमान व उमस भरी गर्मी की वजह से इसका खतरा लगातार बढ़ रहा है। चिकन पॉक्स एक बेहद संक्रामक बीमारी है। इसकी अनदेखी खतरनाक हो सकती है। शरीर पर दिखने वाले दाने व खुजली से शुरू होकर यह संक्रमण बुखार, कमजोरी व यहां तक कि शारीरिक जटिलताओं जैसी समस्या खड़ी कर सकता है। चिकन पॉक्स के प्रति लापरवाही आपके पूरे परिवार को परेशानी में डाल सकता है। इसलिये इसके प्रति विशेष सतर्कता जरूरी है। खासकर बच्चे, बुजुर्ग व गर्भवती महिलाओं के मामले में तो यह और भी जरूरी हो जाता है।
संक्रामक वायरल रोग है चिकन पॉक्स
सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक आकाश कुमार राय ने बताया कि चिकन पॉक्स एक संक्रामक वायरल रोग है। बच्चों को इसका खतरा अधिक होता है। लेकिन यह किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। संक्रमण के प्रारंभिक चरण में त्वचा पर लाल दाने व फफोले निकलते हैं। इसमें खुजली होती है। जो धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाते हैं। तेज बुखार, सिर दर्द, कमजोरी, व भूख न लगना रोग के सामान्य लक्षण हैं। आमतौर पर इसका संक्रमण 07 से 10 दिनों तक रहता है। लेकिन कुछ एक मामलों में यह अवधि थोड़ी लंबी भी हो सकती है। फफोले सूख कर पपड़ी बनकर गिर जाते हैं। कभी कभी त्वचा पर इसका दाग भी रह जाता है। छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग व कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को इसका खतरा अधिक रहता है।
संक्रमित होने पर खुद को करें आइसोलेट
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने बताया कि टीकाकरण चिकन पॉक्स से बचाव का आसान व सरल उपाय है। इसलिये बच्चों को समय पर चिकन पॉक्स का टीका लगाया जाना चाहिये। संक्रमण से बचाव के लिये गंदगी, उमस व संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाये रखें। संक्रमित को कम से कम छह दिनों तक आइसोलेशन में रखा जाना चाहिये। व्यैक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने की सलाह उन्होंने दी।
लापरवाही से बचें, स्वस्थ जीवनशैली अपनायें
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि चिकन पॉक्स से जुड़े किसी तरह का लक्षण दिखने पर किसी तरह की लापरवाही न बरतें। जरूरी चिकित्सकीय सलाह लें। कुछ दिनों तक दूसरे लोगों के संपर्क में आने से बचें। संक्रमण के खतरों से बचाव के लिये संतुलित आहार, पर्याप्त नींद व नियमित व्यायाम को अपने दैनिक जीवन में शामिल करें। अपने बच्चों का टीकाकरण अवश्यक करायें।