
नवजात जन्म के 24 घंटे के अंदर को सभी जरूरी टीकों से करें आच्छादित
अररिया, रंजीत ठाकुर : स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण के शत प्रतिशत आच्छादन लक्ष्य की प्राप्ति को लेकर संकल्पित है। नवजात बच्चों को शत प्रतिशत टीकों से आच्छादित करने के उद्देश्य से विभाग ने महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। इसके मुताबिक सरकारी चिकित्सा संस्थानों में जन्म लेने वाले सभी नवजात शिशुओं को बर्थ डोज के शत प्रतिशत टीकों से आच्छादित करते हुए टीकाकृत शिशुओं से संबंधित जानकारी यू-विन व एचआईएमएस पोर्टल पर अपलोड कराने के लिये निर्देशित किया गया है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत द्वारा जारी आदेश में इसका शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिये अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
शत-प्रतिशत आच्छादन लक्ष्य की प्राप्ति विभाग की प्राथमिकता
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने कहा कि टीकाकरण के शत-प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति विभाग की प्राथमिकताओं में शुमार है। इसी कड़ी में गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण, संस्थागत प्रसव के उपरांत प्रत्येक नवजात शिशु को जन्म के समय दिये जाने वाले महत्वपूर्ण टीका बीसीजी, ओपीवी, हेपेटाईटीस-बी से टीकाकृत करते हुए संबंधित आंकड़ों को यू-विन व एचआईएमएस पोर्टल पर अपलोड कराने को लेकर विभाग द्वारा जरूरी आदेश जारी किया गया है। जिला स्वास्थ्य विभाग इसके अनुपालन के प्रयासों में जुट गया है। उन्होंने बताया कि रविवार व अवकाश के दिन जन्म लेने वाले बच्चों का भी टीकाकरण सुनिश्चित कराने के लिये निर्धारित रोस्टर के मुताबिक टीकाकर्मियों की प्रतिनियुक्ति स्वास्थ्य संस्थानों में सुनिश्चित कराने के लिये निर्देशित किया गया है। बर्थ डोज के टीकों के प्रति आम जनमानस को जागरूक करने के लिये एएनसी व पीएनसी कॉर्नर पर संबंधित जानकारी को प्रचारित प्रसारित करने, डिस्चार्ज स्लिप में जन्म जन्म खुराक से संबंधित जानकारी, टीका देने की तिथि व समय का उल्लेख करते हुए ससमय संबंधित पोर्टल पर इसे अपलोड करने से संबंधित विभागीय निर्देश की जानकारी उन्होंने दी।
बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिये टीकाकरण जरूरी
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि जन्म के समय सभी जरूरी टीकों का डोज बच्चों के सुरक्षित व सेहतमंद भविष्य की मजबूत नींव तैयार करता है। जिले के हर नवजात तक टीकाकरण की आसान पहुंच सुनिश्चित कराने की दिशा में हम निरंतर प्रयासरत हैं। टीकाकरण संबंधी मामलों की नियमित निगरानी की जा रही है। उन्होंने संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता देने व नवजात को सही समय पर सभी जरूरी टीकों को डोज लगाने की अपील की। ताकि उनका बच्चा स्वस्थ व तंदुरूस्त रहे।