कोर्ट से रिहाई के चार साल बाद पुलिस ने वृद्ध को किया गिरफ्तार
जमुई(मो.अंजुम आलम): सोमवार को चरकापत्थर थाना की पुलिस का एक अजूबा मामला कोर्ट परिसर में देखने को मिला। यहां जिसे कोर्ट ने ही बाइज्जत रिहा कर दिया उसे ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजने के लिए कोर्ट ले आई। उसके बाद बचाव पक्ष के अधिवक्ता प्रदीप कुमार सिंह के द्वारा कोर्ट को हक़ीक़त से रूबरू कराया गया और निर्दोष को गिरफ्तार कर पुलिस के द्वारा मान-सम्मान को ठेस पहुंचाने की बात कही गई, फिर कोर्ट के द्वारा सारे रिकार्ड को मिलाया गया और अधिवक्ता के दावा को सत्य पाते हुए गिरफ्तार वृद्ध को छोड़ दिया गया। दरअसल बिना जांच-पड़ताल किए 2009 के एक वारंट के आधार पर चरकापत्थर थाना की पुलिस ने रविवार की देर रात 12 बजे सोनो थाना क्षेत्र के महेश्वरी गांव निवासी फूचो सिंह को गिरफ्तार किया था,
जबकि फरवरी 2019 में ही ट्रायल के दौरान कोर्ट ने रिहा कर दी थी। इसके बावजूद बिना जांच पड़ताल किए पुलिस ने वृद्ध को गिरफ्तार कर लिया और 20 घंटे तक बेवजह हथकड़ी लगाकर रखा जिसको लेकर कोर्ट परिसर में भी शाम तक हलचल मचा रहा। बताया जाता है कि वर्ष 1995 में सोनो थाना क्षेत्र के महेश्वरी गांव में अनिरुद्ध सिंह और शंकर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत आधा दर्जन लोगों के साथ फूचो सिंह को भी नामजद अभियुक्त बनाया गया था। जिसमें फूचो सिंह फरार थे जिसपर लाल वारंट निकला था।उसके बाद पुलिस के द्वारा 2019 को उनकी गिरफ्तारी हुई थी और ट्रायल के दौरान निर्दोष मानते हुए कोर्ट ने फूचो सिंह को रिहा कर दिया था। लेकिन रिहाई के चार साल बाद और वारंट के 12 साल बाद फूचो सिंह को गिरफ्तार किया गया,फिर कोर्ट ने कागजात की जांच कर उसे रिहा कर दिया।