
पुलिस ने अब तक कुल नौ गिरफ्तार एसपी ने कहा, जेल में बंद अभियुक्त ने रचा हत्या की साजिश
अररिया, रंजीत ठाकुर। अररिया जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र के पत्रकार के हत्या मामले में दो आरोपी पहले से ही जेल में बंद है। वहीं पुलिस के द्वारा अनुसंधान करने पर सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अररिया एसपी अशोक कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता कर बताया कि रानीगंज के पत्रकार विमल यादव हत्या मामले में अब तक कुल नौ लोगों पर कार्रवाई की गई है। अनुसंधान एवं गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से मोबाइल के तकनीकी अनुसंधान में गिरफ्तार अभियुक्त उमेश यादव व विपिन यादव के मोबाइल के माध्यम से सुपौल जेल में बंद अभियुक्त रूपेश यादव व अररिया जेल में बंद क्रांति यादव के द्वारा एक दूसरे के नाम से निर्गत सिम नंबर रखकर चोरी छिपे इस कांड के अभियुक्त से बातचीत करने का साक्ष्य मिला है।
साथ ही घटना से पूर्व समय समय पर अररिया जेल में बंद अभियुक्त क्रांति यादव का भाई शैशव यादव जेल गेट पर मुलाकात कर पत्रकार विमल यादव की हत्या करने का साजिश किया तथा साजिश के तहत ही सुपौल में बंद रूपेश यादव से मिलकर हत्या को अंजाम देने की बात को तय किया। योजना के तहत ही 17 अगस्त 2023 की सुबह में शैशव यादव अररिया जेल पर क्रांति यादव से जाकर मुलाकात करता है और वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बात भी करता है। जिसमें अभियुक्त उमेश यादव, माधव यादव, विपिन यादव, अर्जुन शर्मा, संतोष कुमार भारती उर्फ संतोष राम, आशीष यादव, शैशव यादव, भवेश यादव एवं अन्य लोग शामिल थे।
हत्या में प्रयुक्त बाइक अपाचे अभियुक्त संतोष राम का एवं एक पल्सर बाइक, तथा विपिन यादव के पास एक देसी कट्टा, माधव यादव के पास दो देसी कट्टा और गोली था जिसको लेकर सुबह करीब 3 बजे सभी अभियुक्त रानीगंज प्रखंड के कोशिकापुर हनुमान मंदिर के पास एकत्रित हुए, जहां से पल्सर मोटरसाइकिल पर भावेश यादव आशीष यादव विपिन यादव एवं अपाचे मोटरसाइकिल पर माधव यादव अर्जुन शर्मा, संतोष राम सवार होकर रानीगंज के प्रेम नगर, साधु आश्रम में विमल यादव के दरवाजे पर पहुंचा, जहां अर्जुन और विपिन पप्पू भैया पप्पू भैया का आवाज दिया और टीन वाले गेट को खटखटाया जिसके बाद विमल यादव उर्फ पप्पू या भैया गेट खोलकर बाहर निकाला
जिसके पीछे उनके पिता और पत्नी थे निकलते ही माधव यादव के द्वारा विमल यादव को गोली मार दिया गया और सभी अभियुक्त फरार हो गए। कांड का अनुसंधान अभी जारी है। इस कांड में रुपेश यादव व क्रांति यादव जेल में पहले ही बंद है जिसे न्यायिक रिमांड पर लेकर कार्रवाई किया गया है । इसके अलावे माधव यादव, अर्जुन यादव, संतोष कुमार भारती उर्फ संतोष राम, विपिन यादव, भवेश यादव, आशीष यादव उमेश यादव को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस घटना में प्रयुक्त देसी कट्टा दो, जिंदा कारतूस 9, खोखा एक, मोबाइल 4, व घटना में प्रयुक्त अपाचे मोटरसाइकिल को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
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