पांच साइबर अपराधी को पुलिस ने जमुई से किया गिरफ्तार!
जमुई(मो.अंजुम आलम): ऑनलाइन गेम के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले एक गिरोह का जमुई पुलिस ने पर्दाफाश किया है। जो जमुई पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। मामले में छत्तीसगढ़ के रहने वाले चार और सिवान के रहने वाले एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही उसके पास से तीन लैपटॉप विभिन्न बैंक के 16 चेक बुक एवं पासबुक, 14 एटीएम और 15 मोबाइल को भी बरामद किया गया है।
इसके अलावा विभिन्न बैंक खातों से ठगी का 9 लाख रुपया भी जप्त किया गया है।सभी पिछले 2 महीना से जमुई में रहकर ऑनलाइन गेमिंग के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे इन लोगों के खाते में अब तक 50 लाख रुपया से अधिक का ट्रांजैक्शन हो चुका है ।उक्त जानकारी शनिवार की शाम टाउन थाना में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान जमुई एसडीपीओ डॉ. राकेश कुमार ने दी है। साथ में डाउन थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी और खैरा थाना अध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान भी शामिल रहे।
प्रेस वार्ता के दौरान जमुई एसडीपीओ डा. राकेश कुमार ने बताया कि डायल 112 की पुलिस टीम को सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति जमुई के श्रीराम अपार्टमेंट में रहकर साइबर फ्राड की घटना को अंजाम दे रहे हैं।डायल 112 की टीम द्वारा इसकी सूचना साइबर थाना को दी गई। इसके बाद पुलिस अधीक्षक डॉक्टर शौर्य सुमन के निर्देश पर उनके नेतृत्व में एक छापेमारी टीम का गठन किया गया। जिसमें थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी, खैरा थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान, जमुई अंचल पुलिस निरीक्षक सुशील कुमार सिंह, खैरा थाना के पुलिस अवर निरीक्षक मुरारी कुमार, साइबर थाना के पुलिस अवर निरीक्षक ललित कुमार, साइबर थाना एवं डायल 112 के कर्मी को शामिल किया गया।उसके बाद
श्रीराम अपार्टमेंट में छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया फिर दोनो के निशानदेही पर जमुई रेलवे स्टेशन के पास से तीन साइबर अपराधी यानी कुल पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
जिनकी पहचान छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग जिला अंतर्गत भिलाई शास्त्री चौक निवासी रविशंकर कुमार, आनंद कुमार, सोनू कुमार, हर्ष कुमार तथा बिहार के सिवान जिला के आसार थाना क्षेत्र अंतर्गत सहसराय गांव निवासी संदीप कुमार के रूप में हुई है। एसडीपीओ ने बताया कि छानबीन के क्रम में यह सामने आया है कि सभी अपराधी माइकल रेड्डी और रेड्डी बुक विड्राल के नाम से आनलाइन गेमिंग में लोगों को फंसाते थे। सट्टेबाजी के नाम पर पैसा लगाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे।
इस दौरान जीते हुए एक- दो लोगों को पैसा भेज भी दिया जाता था तथा अधिक पैसा होने की स्थिति में हवाला के जरिये पैसों का लेनदेन किया जाता था।सभी अपराधी माइकल रेड्डी के सहयोगी दुर्ग जिला के भिलाई थाना क्षेत्र अंतर्गत शारवी चौक निवासी अनिल साव के कहने पर घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।वहीं पुलिस ने जितने भी बैंक चेक बुक, पासबुक, अकाउंट तथा एटीएम कार्ड जब्त किया है, वह सभी किसी अन्य व्यक्ति का है, जो इन लोगों ने उधार पर लेकर उसका इस्तेमाल ठगी के लिए किया था।पुलिस सभी पहलुओं पर छानबीन कर रही है।
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