
अपहरण छात्र का पुलिस ने दर्ज नहीं की थी प्राथमिकी एसपी ने थानेदार को किया निलंबित
वैशाली, (खौफ 24) जिले के गोरौल थाना अंतर्गत पीरपुर गांव में गत 27 मई को अपहृत कॉलेज छात्रा की लाश सड़ीगली लाश पुलिस ने गुरूवार को बरामद कर हाजीपुर सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा था जहां 24घन्टे तक किसी पुलिस पदाधिकारी के नहीं रहने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सका !अस्पताल सूत्रों के अनुसार सड़ीगली लाश का पोस्टमार्टम हाजीपुर में नहीं होता है इसे पीएमसीएच पटना भेजना था कोई पुलिस पदाधिकारी वहां नहीं था !चूँकि मृतिका की माँ ने अपहरण के बाद भगवानपुर थाना में एफआईआर हेतु आवेदन दिया था लेकिन थानेदार ने गोरौल क्षेत्र में घर रहने का बहाना बनाकर गोरौल थाना भेज दिया !गोरौल ने लड़की का कॉलेज भगवानपुर में रहने का बहाना बना फिर भगवानपुर भेज दिया !

वह दौड़ती रही अंत में वैशाली एसपी को आवेदन दी !यहां भी कुछ सुनवाई नहीं हुआ थक हार कर उसने न्यायालय में केस किया जहां मामला विचाराधीन है घटनाक्रम में परिजनों ने बताया कि उनकी लड़की 27 मई को भगवानपुर स्थित एलएन कॉलेज पढ़ने गयी थी !वह बीए पार्ट 3की छात्रा थी। परिजनों ने इसकी एफआईआर हेतु भगवानपुर थाने में आवेदन दी एफआईआर नहीं हुआ वह भगवानपुर गोरौल का चक्कर लगाती रही चार दिन के बाद उनकी लड़की की लाश सड़ीगली अवस्था में मक्का के खेत में गांव के चौर किनारे मिली जिसे जमींन खोदकर निकाला गया !

घटना कारित करने का आरोप गांव के ही रुपेश कुमार पर लगी है जो फरार है आरोपी पहले भी एक दुष्कर्म के मामले में मुजफ्फरपुर जेल जा चुका है।इसबीच वैशाली के एसपी ललित मोहन शर्मा ने गोरौल में बताया की कर्तब्य हीनता और मृतिका के परिजनों को परेशान करने और एफआईआर दर्ज नहीं करने के आरोप में भगवान् पुर थानाध्यक्ष को आज निलंवित किया गया है और गोरौल थानाध्यक्ष की संलिप्तता की जांच की जा रही है !
रिपोर्ट आते ही कारबाई की जायेगी आज पटना में लाश का पोस्टमार्टम होने के बाद लाश को परिजनों को सौप दिया गया जिसका दाहसंस्कार अभी 8बजे रात्रि में वाया नदी के किनारे बेलबर घाट पर किया गया गोरौल थाना क्षेत्र के पीरापुर गांव में खेत से बरामद हुए एक युवती के शव के मामले में पुलिस अधीक्षक वैशाली के द्वारा स्वयं घटनास्थल का निरीक्षण किया गया एवं निरीक्षण उपरांत मृतक के घर जाकर उनके परिजनों से घटना की जानकारी ली गई तथा घटना में शामिल दोषियों पर कार्रवाई हेतु आश्वासन दिया गया। साथ ही त्वरित एवं निष्पक्ष जांच कर दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने हेतु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी लालगंज के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया है। एवं प्राथमिकी दर्ज करने में टालमटोल करने वाले दोषी पदाधिकारियों के विरुद्ध आवश्यक कारवाई की जा रही है।