
वन विभाग की उदासीनता, घायल उल्लू को लेकर लगभग डेढ़ माह से दर-दर भटकते आरिफ और सोनू
बलिया, संजय कुमार तिवारी यूपी जहां एक तरफ विलुप्त होती प्रजातियों को सरकार संरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है वहीं दूसरी तरफ बलिया वन विभाग ऐसी प्रजातियों को संरक्षित करने में नाकाम साबित हो रहा है दरअसल कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले आरिफ और सोनू को डेढ़ माह पहले कर शहर के टाउन हॉल बापू भवन के ग्राउंड में घायल अवस्था में एक उल्लू मिला। दोनों से रहा नहीं गया तो उसे अपनी गोद में उठाकर मवेशी अस्पताल लाये जहां मामूली उपचार के बाद, उपचार नहीं हो पाएगा की बात कहते हुए वन विभाग को सुपुर्द करने को कहा ल।
आरिफ और सोनू ने बताया कि इसके बाद हम स्थानीय चौकी पर भी गए लेकिन वहां भी हमें कोई मदद नहीं मिली जिसके बाद हम वन विभाग ले गए। बताया वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों का कहना था कि हमारे पास इसको संरक्षित करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है नतीजन थक हार कर आरिफ और सोनू ने घायल उल्लू को अपने पास रखने का फैसला लिया। लेकिन इलाज के अभाव में आज भी घायल उल्लू फड़फड़ाते नजर आया। किसी तरीके से आरिफ और सोनू ने घायल उल्लू को बचा तो लिया है लेकिन आज भी अपने गोद में लिए इस विलुप्त होते प्रजाति को बचाने का पूरा प्रयास कर रहे है और बेहतर इलाज के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है।