
मातृशक्ति के साथ किन्नर गंधर्व आरती मां गंगा का संपन्न हुआ
पटनासिटी, (खौफ 24) कंगन घाट पर सनातनी गंगा फाउंडेशन एवं गंगा सेवा दल समन्वय समिति के तत्वावधान में 11 दिवसीय ‘बिहार सांस्कृतिक गौरव गंग कला आरती – गंगोत्सव’ का भव्य आयोजन हो रहा है। पटना सिटी। हमारे सनातन धर्म में नृत्य-संगीत गंधर्व श्रेणी में ही आता है।और आज ज्येष्ठ र्पुणीमा है सभी में बड़ा। आज के ही दिन हमारे सनातन धर्म में वेद आया है।आज ही के दिन हिमालय मानसरोवर से सरयु नदी की उत्पत्ति हुई है।
श्रद्धा और संस्कृति के संगम इस आयोजन में हर दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। कार्यक्रम स्थल के पास गंगा तट पर 41 फीट ऊंची माँ गंगा की भव्य मिट्टी की प्रतिमा स्थापित की गई है, जो लोगों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बनी हुई है। गंगा कला आरती में भारतीय शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुतियां दी जा रही हैं, जिसे प्रसिद्ध नर्तक-नर्तकियों ने नृत्य, आस्था और संस्कृति के समन्वय के रूप में सजाया है। गंगा आरती का दृश्य अत्यंत भव्य होता है, जिसमें छठ गीतों की गूंज और बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से पूरा माहौल भक्तिमय हो उठता है।
पारंपरिक परिधानों में सजे स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। गंगा तट पर जुट रही भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से कड़ी निगरानी और सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। आयोजन के दौरान प्रत्येक संध्या को माँ गंगा की महाआरती के साथ गीत-संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला जारी है। यह गंगोत्सव 5 जून से प्रारंभ होकर 17 जून तक आयोजित किया जा रहा है। आयोजकों का कहना है कि इसका उद्देश्य गंगा संस्कृति, कला और श्रद्धा को जन-जन तक पहुंचाना है।