
छात्र छात्राओं ने परीक्षा सेंटर पर लगाया आरोप
बलिया, संजय कुमार तिवारी प्रेक्टिकल परीक्षा के लिए सम्बन्धितों द्वारा पैसा लिए जाने के विरूद्ध छात्र-छात्राओं ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया।इसके साथ ही सेण्टर को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए जिलाधिकारी को पत्रक सौंपा । वही छात्र-छात्राओं ने कहा कि हम सभी डाक्टर गणेशी प्रसाद सूचना प्रद्योगिकी संस्थान बलिया में पिछ्ड़ा वर्ग कल्याण विभाग की तरफ से ओ लेवल का कोर्स करने वाले छात्र है। हम सभी छात्र अपने संस्थान से अध्ययन करके थ्योरी की परीक्षा अपनी योग्यता के बल पर पास कर लिए हैं।
हमारे ओ लेवल को कोर्स के प्रेक्टिकल की परीक्षा कराने वाली संस्था नाइलिट द्वारा नियम शासनादेश के विरूद्ध जाकर हमारे बलिया स्थित होम सेन्टर से लगभग 60 किलो मीटर दूर AM.S. कृम्प्यूटर इन्स्टीट्यूट बेत्थरारोड बलिया में प्रेक्टिकल परीक्षा देने हेतु सेन्टर बनाया गया था। जबकि नियम यह है कि “होम सेन्टर से 5 किलो मीटर के दायरे में ही किसी कम्प्यूटर संस्थान को प्रेक्टिकल देने हेतु सेन्टर के रूप में चयन किया जा सकता है।” तत्पश्चात हम सभी छात्र प्रेक्टिकल परीक्षा देने हेतु उक्त सेन्टर पर फरवरी 2025 में पहुँचे तो उक्त सेन्टर कोे संचालक द्वारा हम सभी छात्रों से प्रेक्टिकल की प्रत्येक परीक्षा हेतु 5000 से 8000 रूपये नगद की मांग की गयी।
साथ ही साथ यह भी कहा गया कि जो छात्र प्रत्येक प्रेक्टिकल का 5000 रुपये नगद जमा नहीं करेगा। उसे प्रेक्टिकल में फेल कर दिया जायेगा। हम सभी छात्र अलाभित, दुर्बल व गरीब घरों से आते है। हमारे पास देने के लिए उतने पैसे एकमुश्त नहीं मिल पाते। इसलिए सामान्य श्रेणी के कुछ छात्रों द्वारा प्रत्येक प्रेक्टिकाल की परीक्षा हेतु 5000-5000 रूपये नगद जमा किया गया। शेष पिछड़ा वर्ग के किसी भी छात्र द्वारा प्रत्येक प्रेक्टिकल के लिए 5000-5000 रूपये जमा नहीं किया जा सका। प्रेक्टिकल परीक्षा होने के दौरान लगभग प्रतिदिन उक्त संस्था के संचालक द्वारा धमकी भरे लहजे में कहा जा रहा था कि “जल्द से जल्द 5000 रूपये प्रत्येक छात्र प्रत्येंक पैपर के लिए नगद जमा कर दें।
अन्यथा की स्थिति में आपको फेल कर दिया जायेगा। प्रेक्टिकल में नम्बर देने का सारा अधिकार मेरे पास होता है।आप कितना भी बढ़ियां प्रेव्टिकल करेंगे उस बढिया प्रदर्शन् से आप प्रेविटकल की परीक्षा उत्तीर्ण नही कर सकते।” रिजल्ट आने पर पता चला कि केवल उन्हीं छात्रों को प्रेक्टिकल परीक्षा में उत्तीर्ण दिखाया गया है। जो लोग प्रत्येक प्रेक्टिकल की परीक्षा हेतु 5000-5000 रूपये जमा किए थे। नगद जमा न कर पाने वाले पिछड़ा वर्ग के शेष सभी छात्रो को प्रेक्टिकल में उपरोक्त संस्था के संचालक द्वारा अनुत्तीर्ण घोषित कर दिया गया है।ऐसे में उपरोक्त घटनाक्रम की किसी इमानदार अधिकारी या स्वतंत्र ऐजेंसी से निष्पक्ष जांच कराकार AM.S. कम्पयूटर इन्सीटिंट्यूट बेल्यरारोड़ बलियां के संचालक / डायरेक्टर अशोक यादव के विरूद्ध उचित कानूनी कार्यवाही करने के साथ ही साथ उक्त संस्थान को हमेशा के लिए ब्लैक लिस्टेड किया जाय।