
जागरूकता डेंगू से बचाव का एक मात्र जरिया, मच्छरों के प्रजनन को रोकना जरूरी
अररिया, रंजीत ठाकुर मच्छर के काटने से होने वाले रोगों में डेंगू बेहद खतरनाक रोग है। इस घातक बीमारी की वजह हर साल देश में हजारों लोगों की जानें जाती हैं । डेंगू के सबसे अधिक मामले बारिश के दिनों में सामने आते हैं। लिहाजा इस समय डेंगू से बचाव को लेकर ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत होती है। डेंगू के प्रति आम लोगों में जनजागरूकता बढ़ाने के लिये हर साल 16 मई को राष्ट्रीय स्तर पर डेंगू दिवस का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष डेंगू की रोकथाम: सुरक्षित कल के लिये हमारी जिम्मेदारी है की थीम पर आयोजित किया जायेगा। मौके पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न आयोजनों के माध्यम से लोगों को रोग से बचाव संबंधी उपायों के प्रति जागरूक किया जायेगा। इसे लेकर सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जागरूकता संबंधी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा।
मानसून के दौरान बढ़ जाती है डेंगू के प्रसार की संभावनाएं
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि बारिश के दिनों में डेंगू संक्रमण के प्रसार का खतरा काफी बढ़ जाता है। लिहाजा पूर्व से ही इसकी रोकथाम संबंधी गतिविधियों पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। हाल के वर्षों में जिले में डेंगू संबंधी मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है। पहले डेंगू मरीजों का एक ट्रेवल हिस्ट्री हुआ करता था। यानी रोगी बाहर से संक्रमित होकर अपने घर लौटते थे। लेकिन बीते साल कुछ ऐसे मरीज भी चिह्नित किये गये जिनका कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं था। यानी वे स्थानीय स्तर पर ही संक्रमित हुए। जो ये दर्शाता है कि जिले में संक्रमित मच्छर अब पहले की तुलना में अधिक सक्रिय हो चुके हैं।
मिशन मोड में संचालित किया जायेगा जागरूकता अभियान
डीवीबीडीसीओ डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू एडीज नामक मच्छर के काटने से होने वाला रोग है। रोग पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर कोई विशिष्ट दवा या टीका फिलहाल उपलब्ध नहीं है। लिहाजा जन जागरूकता व मच्छरों के प्रजनन को रोकना ही इससे बचाव का एक मात्र उपाय है। उन्होंने बताया कि डेंगू दिवस के मौके पर विभिन्न सरकारी विभाग व सहयोगी संस्था की मदद से जिले में जागरूकता संबंधी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। समुदाय स्तर पर विभिन्न आईईसी व बीसीसी सामग्री वितरित किये जायेंगे। नगर परिषद, नगर पंचायत, पंचायत स्तरीय अधिकारी व कर्मियों को शामिल कर इसका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जायेगा। जिला स्तर पर ये कैंपेन मिशन मोड में संचालित किया जायेगा। जो सीजन के अंत तक जारी रहेगा।
जागरूकता से डेंगू पर पूर्ण नियंत्रण संभव
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि डेंगू के मच्छर आम मच्छर से अलग होते हैं। जो दिन के रोशनी में काटते हैं। मच्छरों को पनपने से रोकने के लिये जरूरी है कि हम आसपास के माहौल को स्वच्छ व सुंदर बनाये रखें। नियमित रूप से जलजमाव वाले क्षेत्रों की सफाई करना, एसी, कूलर, फूल का गमला व अन्य जगहों पर पानी जमा नहीं होने देना रोग से बचाव के लिहाज से महत्वपूर्ण है। डेंगू दिवस के मौके पर रोग के लक्षण, उपचार, प्रतिरोध व सावधानियों के प्रति जागरूकता को लेकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाने की जानकारी उन्होंने दी।