
पांच साल तक के 5.91 लाख बच्चों के बीच बांटी जायेगी ओआरएस व जिंक की दवा
अररिया, रंजीत ठाकुर : जिले में 15 जुलाई से 14 सितंबर के बीच स्टॉप डायरिया कैंपेन संचालित किया जायेगा। अभियान के क्रम में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर पांच साल तक के बच्चे वाले परिवारों के बीच ओआरएस व जिंक की दवा का वितरण करेंगी। गौरतलब है कि डायरिया पांच साल तक के बच्चों की मौत के प्रमुख वजहों में से एक है। डायरिया से होने वाली मौत पूरी तरह रोका जा सकता है। इसके लिये रोग से बचाव संबंधी उपायों के प्रति जागरूकता व सही समय पर उचित उपचार जरूरी है। डायरिया से बचाव के लिये दैनिक जीवन में स्वच्छता का विशेष महत्व है। लिहाजा अभियान के क्रम में आशा कार्यकर्ता घर-घर घुमकर पांच वर्ष तक के सभी बच्चों के लिये ओआरएस पैकेट व जिंक की गोली के वितरण के साथ-साथ अभिभावकों को डायरिया नियंत्रण के लिये स्वच्छता के महत्व सहित अन्य जरूरी जानकारी भी साझा करेंगेी।
जिले में 5.91 लाख बच्चों के बीच दवा वितरण का लक्ष्य
जिले की कुल आबादी 34.73 लाख है। इसमें पांच वर्ष तक के बच्चों की संख्या 05 लाख 91 हजार 356 के करीब है। जानकारी देते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह अभियान के नोडल अधिकारी डॉ मोईज ने बताया कि अभियान के क्रम में पांच साल तक के सभी बच्चों के बीच दवा वितरण का लक्ष्य निर्धारित है। अभियान के क्रम में जिले में कुल 06 लाख 96 हजार 604 पैकेट ओआरएस व 74 लाख 51 हजार 89 जिंक टैबलैट वितरित किये जायेंगे। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि डायरिया से प्रभावित बच्चों के लिए ओआरएस घोल व जिंक टैबलेट सबसे असरदार प्राथमिक उपचार है। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। इससे संक्रमण जल्दी ठीक होता है।
दवा वितरण के साथ जागरूकता पर होगा विशेष जोर
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि सभी प्रखंडों में पर्याप्त मात्रा में दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है। इसे लेकर संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि स्टॉप डायरिया कैंपेन के माध्यम से डायरिया से होने वाली मौत नियंत्रित करना है। अभियान के क्रम में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर न केवल ओआरएस व जिंक का वितरण करेंगी, बल्कि स्वच्छता, हाथ धोने की आदत, सुरक्षित पेयजल जैसे महत्वपूर्ण संदेश भी परिवारों तक पहुंचायेंगी।