
भगवानपुर और गोरौल थाना के विरुद्ध लोगों का आक्रोश
वैशाली, रामनाथ विद्रोही : बहु चर्चित कॉलेज छात्रा संजना कुमारी हत्याकांड में शुक्रवार की देर रात वैशाली के एसपी ललित मोहन शर्मा ने गोरौल के थाना प्रभारी रोशन कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है ! उन्होंने थाना प्रभारी पर लापरवाही बरतने ,एफआईआर दर्ज नहीं करने और परिजनों को परेशान करने के आरोप में यह करवाई किया है। एसपी ने बताया कि मृतक संजना कुमारी की अपहरण उसे समय हुई जब वह भगवानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मी नारायण कॉलेज में
27मई को एडमिट कार्ड लाने गई थी। शाम तक जब वह घर नहीं लौटी तो परिजन परेशान होकर भगवानपुर थाना गए जहां थाना प्रभारी ने आवेदन ले लिया लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं किया। गोरौल थाना जाने की सलाह दी।
मृतिका की मां गीता देवी गोरौल थाना गई तो वहां कहा गया कि अपहरण का क्षेत्राधिकार भगवानपुर थाना है आप वहां जाइए। 45 दिन बीत गए लेकिन एफआईआर नहीं हुआ।अभी दो दिन पहले संजना की लाश गांव के ही एक चौर स्थित मकई के खेत में सड़ी – गली अवस्था में मिली ! जिस लाश का पोस्टमार्टम पीएमसीएच में किया गया। पटना से लाश वापस मृतका के गांव पीरापुर पहुंची शुक्रवार की देर रात वाया नदी के किनारे बेलबर घाट पर उसका दाह संस्कार किया गया।सनद रहे की इसी कांड में शुक्रवार को भगवानपुर के थाना प्रभारी को एसपी ने निलंबित कर दिया था।आज इस घटना के विरोध में ग्रामीणों ने पिरापुर गांव में आक्रोषपूर्ण कैंडल मार्च किया!
जिसका नेतृत्व गोरौल के प्रखंड प्रमुख मुन्ना कुमार यादव ने किया। प्रदर्शनकारी काफी आक्रोशित थे और गोरौल तथा भगवानपुर थाना प्रभारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने मांग की और कहा कि अभियुक्त को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाय तथा मृतिका के परिजन को उचित मुआवजा दिया जाए।
इस बीच आज मृतका की मां गीता देवी ने आरोप लगाया कि उन्हें लगातार धमकी मिल रही है। अगर किसी प्रकार की कोई घटना घटती है तो इसके लिए प्रशासन जिम्मेवार होगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि मुझे शीघ्र न्याय नहीं मिला तो वह पूरे परिवार के साथ आत्मदाह भी कर सकती हैं।इस घटना को लेकर भगवानपुर और गोरौल थाना के विरुद्ध लोगों का आक्रोश बनी हुई है।