
कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा अस्पताल में मारा गया
पटना, अजीत। राजधानी एक बार फिर अपराधियों के निशाने पर है। गुरुवार को दिनदहाड़े शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के अत्यंत व्यस्त बेली रोड स्थित पारस हॉस्पिटल के भीतर घुसकर अपराधियों ने बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। इस दुस्साहसिक वारदात ने पटना पुलिस की कार्यप्रणाली और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं

चश्मदीदों के अनुसार चार की संख्या में आए अपराधी सीधे अस्पताल के अंदर दाखिल हुए और इलाजरत चंदन मिश्रा को निशाना बनाते हुए उस पर गोलियों की बौछार कर दी। अस्पताल परिसर में गोली चलने से अफरा-तफरी मच गई और मरीजों से लेकर स्टाफ तक दहशत में आ गए।
कौन था चंदन मिश्रा?
बक्सर जिले का रहने वाला चंदन मिश्रा एक कुख्यात अपराधी था, जिसके खिलाफ दर्जनों संगीन मामले दर्ज थे। वह हत्या, लूट, रंगदारी और गैंग वार जैसी कई वारदातों में शामिल रहा है। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में था और पैरोल पर छूटकर पारस हॉस्पिटल में इलाज के लिए आया हुआ था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, चंदन को किसी गैंग से जान का खतरा था, इस बाबत७ पहले भी अलर्ट किया गया था, लेकिन अस्पताल में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए।
अस्पताल में घुसकर हत्या, पुलिस महकमा सकते में-
घटना की जानकारी मिलते ही शास्त्री नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद एसएसपी राजीव मिश्रा, सिटी एसपी वेस्ट अभिनव धीमान, एफएसएल टीम, डॉग स्क्वॉड, और क्राइम ब्रांच की यूनिट भी पारस हॉस्पिटल पहुंची। घटनास्थल की घेराबंदी कर ली गई है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। अस्पताल की सुरक्षा को लेकर भी पूछताछ की जा रही है।
गंभीर सवालों के घेरे में पटना पुलिस-
राजधानी के बीचोंबीच, बेली रोड जैसे हाई-प्रोफाइल इलाके में स्थित एक नामचीन निजी अस्पताल के अंदर घुसकर हत्या करना इस बात का सबूत है कि अपराधियों के मन से पुलिस का डर समाप्त हो गया है। बीते कुछ दिनों में पटना में अपराध की घटनाओं में भारी उछाल आया है — चाहे वह कंकड़बाग में बैंक मैनेजर की संदिग्ध मौत हो, पुनपुन में भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या या संपतचक में गैरेज मालिक की हत्या _अब पारस अस्पताल में कैदी की हत्या ने आमजन के साथ-साथ प्रशासन को भी दहला दिया है।
अस्पताल की सुरक्षा पर गंभीर सवाल-
पुलिस फिलहाल इस मामले को गैंगवार से जोड़कर देख रही है। शत्रु गैंग के सक्रिय सदस्यों की सूची तैयार की जा रही है और एनएच से सटे रूटों की घेराबंदी कर जांच तेज कर दी गई है। पारस हॉस्पिटल के स्टाफ से भी पूछताछ जारी है कि क्या चंदन मिश्रा के इलाज से संबंधित पुलिस या जेल प्रशासन ने पहले से कोई अलर्ट दिया था।
यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर करारा तमाचा है, बल्कि यह दर्शाता है कि अब अपराधी शहर के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थानों में भी बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। यदि आपको चंदन मिश्रा के केस नंबर, उसका गैंग कनेक्शन या अन्य आपराधिक इतिहास की विशेष जानकारी चाहिए, तो मैं संबंधित रिकॉर्ड के आधार पर और जानकारी जुटा सकता हूँ। क्या आप चाहेंगे कि मैं पुलिस विभाग या जेल रिकॉर्ड से जुड़े संभावित केसों का आकलन करूं?